10 मई, 2023 को रात 12 बजकर 53 मिनट पर बुध का मेष राशि में उदय हो चुका है. ज्योतिष में बुध का बहुत बड़ा महत्व है.
जिनकी कुंडली में बुध मज़बूत स्थिति में मौजूद होते हैं, उन्हें जीवन में संतुष्टि, अच्छी सेहत और बुद्धिमान व्यक्तिव की प्राप्ति होती है.
जिन जातकों की कुंडली में बुध देव राहु, केतु या फिर मंगल के साथ मौजूद होते हैं उन्हें जीवन में बाधाओं और चुनौतियों का सामना करना पड़ता है. बुध और मंगल की युति के परिणामस्वरूप जातकों की सोचने की शक्ति में कमी आती है. वहीं अगर बुध बृहस्पति के साथ मौजूद हों, तो आपको इसके बेहद शानदार परिणाम मिलते हैं, ऐसे में जातकों को बिज़नेस में बड़े धन लाभ होने के आसार रहते हैं.
बुध का मेष राशि में उदय: ज्योतिषीय प्रभाव
बुध देव तर्क, शिक्षा, संवाद कौशल और बुद्धि के कारक माने जाते हैं. इनकी कमज़ोर अवस्था के कारण आपके अंदर असुरक्षा की भावना, ध्यान लगाने में बाधा, समझने में परेशानी और याददाश्त की कमी जैसी दिक्कतें होने की आशंका रहती है.
यह राशिफल आपकी चंद्र राशि पर आधारित है.
मेष
मेष राशि के जातकों के लिए बुध तीसरे और छठे भाव के स्वामी हैं और अब वह आपकी कुंडली के पहले भाव में उदय होने जा रहे हैं.
आम तौर पर इस भाव में बुध का उदय होना जातकों के लिए ज्यादा अनुकूल और फायदेमंद साबित नहीं होता है.
करियर की दृष्टि से देखें तो मेष राशि के जातकों को पेशेवर जीवन में चुनौतियां मिलने की आशंका है लेकिन आप अपने काम को लेकर समर्पित हैं और इसके परिणामस्वरूप आप सभी लक्ष्यों को पाने में सफल होंगे.
मेष राशि के जातकों के आर्थिक पक्ष को देखें तो इस अवधि में आपकी कमाई और खर्च दोनों में ही वृद्धि होगी. आप अच्छी मात्रा में धन कमाने में सफल होंगे, लेकिन आपके लिए सेविंग करना थोड़ा मुश्किल होने की आशंका है.
उपाय- रोज़ाना प्राचीन ग्रंथ नारायणीयम् का पाठ करें.
वृषभ
वृषभ राशि के जातकों के लिए बुध दूसरे और पांचवें भाव के स्वामी हैं और अब वह बारहवें भाव में मौजूद हैं. आमतौर पर बुध का इस भाव में होना दर्शाता है कि आपको अधिक खर्च, पारिवारिक जीवन में कलह, पैसों की परेशानी और बच्चों के कारण दिक्कत मिल सकता है.
करियर के लिहाज़ से देखें तो इस वक्त में आपको अपनी मेहनत के अनुसार फल न मिलने की आशंका है.
आर्थिक पक्ष की बात करें तो बुध का मेष राशि में उदय, आपके लिए चुनौतीपूर्ण हो सकता है.
वृषभ राशि के जातकों के प्रेम संबंध को देखें तो आप अपने अहंकार के कारण आपके रिश्ते में खटास आने के आसार हैं.
उपाय- रोज़ाना 21 बार ॐ नमो भगवते वासुदेवाय का जाप करें.
मिथुन
मिथुन राशि के जातकों के लिए बुध पहले और चौथे भाव के स्वामी हैं और अब वह ग्यारहवें भाव में मौजूद हैं.
बुध का ग्यारहवें भाव में होना मिथुन राशि के जातकों के लिए बेहद ही शुभ साबित होगा.
इस अवधि में आप खुद को अधिक शक्तिशाली महसूस करेंगे इसके परिणामस्वरूप आप जीवन में खुश रहेंगे.
करियर की दृष्टि से बुध का मेष राशि में उदय, आपके लिए बेहद फायदेमंद रहेगा. इस वक्त में जातकों को नौकरी के नए और बेहतर अवसर प्राप्त होंगे. इसके अलावा आपको अपने काम में पूर्ण रूप से संतुष्टि भी मिलेगी.
बिज़नेस के बारे में जानें तो, जातकों को इस वक्त में अच्छा धन लाभ मिलेगा और आप मज़बूत स्थिति में होंगे. बुध का मेष राशि में उदय, आपके लिए वरदान साबित होगा और आप व्यावसायिक तौर पर शानदार योजना के दम पर उमदा प्रदर्शन करने में सक्षम होंगे.
अगर आपके आर्थिक पक्ष के बारे में बात करें तो आप ज्यादा से ज्यादा धन कमाने में सफल होंगे. प्रेम संबंध की दृष्टि से देखा जाए तो आपको जीवन के इस क्षेत्र में भी खुशियों की प्राप्ति होगी.
उपाय- रोज़ाना 21 बार ॐ नमः शिवाय का जाप करें.
कर्क
कर्क राशि के जातकों के लिए बुध तीसरे और बारहवें भाव के स्वामी हैं और अब वह दसवें भाव में मौजूद हैं. यह दर्शाता है कि यह अवधि आपके लिए ज्यादा उत्सावर्धक न रहने की आशंका है.
बुध की इस दशा के परिणामस्वरूप आपको कड़ी मेहनत और तमाम कोशिशों के बाद भी इच्छा अनुसार फल प्राप्त करने में संघर्ष करना पड़ सकता है इसके अलावा आपकी संवाद शैली कमज़ोर होने के संकेत हैं.
बुध का मेष राशि में उदय, आपके करियर के लिहाज़ से लाभदायक न रहने की आशंका है.
अगर आप बिज़नेस करते हैं तो आपके लिए यह अवधि चुनौतीपूर्ण रहने की आशंका है क्योंकि आपके हाथ से कई बड़े और अच्छे अवसर फिसल सकते हैं और इस कारण आपके तनावग्रस्त होने के आसार हैं.
प्रेम संबंध पर गौर करें तो इस अवधि में आप अपने पार्टनर के साथ विवाद में पड़ सकते हैं.
उपाय- रोज़ाना 11 बार ॐ सोमाय नमः का जाप करें.
सिंह
सिंह राशि के लिए बुध दूसरे और ग्यारहवें भाव के स्वामी हैं और अब वह आपकी कुंडली के नौवें भाव में मौजूद हैं.
इसके परिणामस्वरूप जातकों को अपने जीवन के अलग-अलग क्षेत्रों में भाग्य का साथ मिलेगा लेकिन आपको सफल होने के लिए कड़ी मेहनत करनी होगी.
इस अवधि में आपके करियर में उतार-चढ़ाव आने की संभावना है. इस दौरान आपको अच्छे नतीजे प्राप्त होंगे लेकिन आपके लक्ष्यों की पूर्ति होने में देरी होने के आसार हैं.
अगर आप बिज़नेस करते हैं तो इस वक्त में आपको कम धन लाभ होने की आशंका है.
सिंह राशि के आर्थिक पक्ष को देखें तो बुध का मेष राशि में उदय, आपके लिए मिले-जुले परिणाम लेकर आने वाला है.
प्रेम संबंध की दृष्टि से देखा जाए तो, आप अपने प्रियतम से खुल कर अपने दिल की बात कहने में हिचकिचा सकते हैं और इसी कारण आप दोनों के बीच विवाद पनप सकते हैं.
उपाय- रोज़ाना आदित्य हृदयम का पाठ करें.
कन्या
कन्या राशि के जातकों के लिए बुध पहले और दसवें भाव के स्वामी हैं और अब वह आपकी कुंडली के आठवें भाव में मौजूद हैं.
इस दौरान आप अपनी मेहनत से असंतुष्ट हो सकते हैं और आपको लक्ष्यों को प्राप्त करने में कुछ बाधाओं के कारण विलंब का सामना कर सकते हैं.
करियर के लिहाज़ से बुध का मेष राशि में उदय, आपके लिए ज्यादा उत्साहवर्धक न होने की आशंका है. कन्या राशि के जातकों को कड़ी मेहनत के बाद भी उचित पहचान और नाम हासिल करने में दिक्कत हो सकती है और यह आपके लिए तनाव का कारण बन सकता है.
उपाय- बुध ग्रह के लिए बुधवार के दिन पूजा करें.
तुला
तुला राशि के जातकों के लिए बुध नौवें और बारहवें भाव के स्वामी हैं और अब वह सातवें भाव में मौजूद हैं.
यह अवधि आपके लिए मिले-जुले परिणाम लेकर आ सकती है. इस दौरान जातकों को बिना वजह लंबी दूरी की यात्राओं पर जाना पड़ सकता है और घूमने-फिरने के दौरान आपकी कोई कीमती चीज़ भी खो सकती है.
करियर के लिहाज़ से देखें तो बुध का मेष राशि में उदय आपके लिए ज्यादा अनुकूल न होने के संकेत हैं.
अगर आपका खुद का बिज़नेस है तो आपको मिले-जुले परिणाम मिलने की संभावना है. आसान भाषा में कहें तो आपको नुकसान और लाभ दोनों ही होने के संकेत हैं.
आर्थिक पक्ष को देखें तो इस क्षेत्र में भी आपको दोनों ही परिस्थितियों के लिए तैयार रहना होगा.
आपके प्रेम संबंध पर दृष्टि डालें तो बुध का मेष राशि में उदय, आपके लिए कुछ परेशानियां लेकर आ सकता है.
उपाय- रोज़ाना 11 बार ॐ बुधाय नमः का जाप करें.
वृश्चिक
वृश्चिक राशि के जातकों के लिए बुध आठवें और ग्यारहवें भाव के स्वामी हैं और अब वह आपकी कुंडली के छठे भाव में मौजूद हैं.
इस अवधि में आपकी प्रतिबद्धताएं बढ़ने की आशंका है और मुमकिन है की आप इन्हें पूरा करने में सक्षम न हों. इसके अलावा आपके अंदर असुरक्षा की भावना बढ़ने के आसार हैं और इसके परिणामस्वरूप आप जीवन में सही फैसले लेने में असफल हो सकते हैं.
करियर के लिहाज़ से बुध का मेष राशि में उदय आपके लिए चुनौतीपूर्ण हो सकता है.
आर्थिक पक्ष के बारे में बात करें तो बुध का छठे भाव में होना आपके लिए परेशानियां पैदा कर सकता है.
वृश्चिक राशि के जातकों के प्रेम संबंध के बारे में बात करें तो आपको बेहद सतर्क रहने की जरूरत होगी.
उपाय- रोज़ाना 27 बार ऊँ रुद्राय नम: का जाप करें.
धनु
धनु राशि से जातकों के लिए बुध सातवें और दसवें भाव के स्वामी हैं और अब वह आपकी कुंडली के पांचवें भाव में मौजूद हैं.
बुध का मेष राशि में उदय, आपके लिए अनुकूल न रहने की आशंका है क्योंकि इस दौरान आपको जीवन में समृद्धि की कमी महसूस हो सकती है.
करियर के लिहाज़ से देखा जाए तो धनु राशि के जातकों को अपने दिमाग का इस्तेमाल करते हुए सभी कामों को सिस्टेमेटिक ढंग से आगे बढ़ाना होगा.
बिज़नेस की दृष्टि से आपको इस वक्त में ज्यादा चुनौतियों का सामना करना पड़ सकता है और यह समय आपके लिए कठिन साबित होने के आसार हैं.
उपाय- बृहस्पति के लिए गुरुवार के दिन पूजा-अर्चना करें.
मकर
मकर राशि के जातकों के लिए बुध छठे और नौवें भाव के स्वामी हैं और अब वह आपकी कुंडली के चौथे भाव में मौजूद हैं.
बुध के इस भाव में होने के परिणामस्वरूप आपके खर्चों में बढ़ोतरी होने के आसार हैं. इस अवधि में मकर राशि के जातक घर के रिनोवेशन या फिर अपनी माता जी के स्वास्थ्य पर पैसे खर्च करेंगे.
करियर के लिहाज़ से बुध का मेष राशि में उदय, आपके लिए अनुकूल न रहने के संकेत हैं. इस अवधि में आपको अपने कार्य के लिए उचित पहचान न मिलने के कारण तनाव महसूस हो सकता है.
अगर आप बिज़नेस कर रहे हैं तो बुध का मेष राशि में उदय, आपके लिए ज्यादा लाभप्रद न रहने के संकेत हैं.
उपाय- हनुमान जी के लिए शनिवार के दिन पूजा-अर्चना करें.
कुंभ
कुंभ राशि के जातकों के लिए बुध पांचवें और आठवें भाव के स्वामी हैं और अब वह तीसरे भाव में मौजूद हैं.
करियर के लिहाज़ से बात करें तो, बुध का मेष राशि में उदय, आपके लिए उत्तम परिणाम लेकर आने वाला है. इस दौरान आपको प्रमोशन और इंसेंटिव मिलेगा लेकिन इसी के साथ आपको काम के सिलसिले में अधिक यात्राओं पर जाना पड़ सकता है.
अगर आपका खुद का बिज़नेस है तो आपके लिए यह अवधि अनुकूल होगी. आप आसानी से अच्छा धन लाभ अर्जित करेंगे और इसी के साथ आप अपने प्रतिद्वंदियों को भी कड़ी टक्कर देने में सक्षम होंगे.
आर्थिक पक्ष को देखें तो आपके सामने कुछ अनिश्चित खर्च आ सकते हैं और इसके परिणामस्वरूप आपके ऊपर दबाव बढ़ सकता है.
उपाय- रोज़ाना ॐ हनुमते नमः का जाप करें.
मीन
मीन राशि के जातकों के लिए बुध चौथे और सातवें भाव के स्वामी हैं और अब वह आपकी कुंडली के दूसरे भाव में मौजूद हैं.
करियर के लिहाज़ से देखें तो यह अवधि आपके लिए ज्यादा अनुकूल और उत्साहवर्धक न रहने की आशंका है.
अगर आप बिज़नेस कर रहे हैं तो मुमकिन है कि आपके लिए यह अवधि ज्यादा फायदेमंद न रहे.
आर्थिक पक्ष को देखें तो जातकों को इस क्षेत्र में भाग्य का साथ न मिलने की आशंका है.
उपाय- रोज़ाना 21 बार ॐ बृं बृहस्पतये नमः” का जाप करें.
भोज दत्त शर्मा , वैदिक ज्योतिष
Astrology By Bhoj Sharma
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