पलपल संवाददाता, जबलपुर. एमपी के जबलपुर से पकड़े गए तीन संदिग्ध युवकों को आज एनआईए कोर्ट में पेश किया गया. जहां से तीनों को एनआईए कोर्ट ने 8 जुलाई तक रिमांड पर भेज दिया है. तीनों संदिग्धों को आज तीसरी बार एनआईए की कोर्ट में पेश किया गया था.
बताया गया है कि एनआईए व एटीएस की टीम ने 26-27 मई को जबलपुर में 13 स्थानों पर दबिश दी थी. जिसमें तीन युवक सैय्यद मामूर अली, मोहम्मद आदिल खान व मोहम्मद शाहिद को गिरफ्तार किया है, जिनके पास से धारदार हथियार, बम, आपत्तिजनक दस्तावेज व डिजिटल डिवाइस मिली थी. तीनों पर आईएसआईएस से जुड़े आंतकी नेटवर्क पर काम करने का आरोप रहा. अधिकारिक सूत्रों की माने तो 2022 में मोहम्मद आदिल खान का नाम सामने आने के बाद एनआईए की टीम जांच में जुटी रही.
इस दौरान आईएसआईएस समर्थक गतिविधियों की जानकारी मिलते ही एनआईए की टीम ने 24 मई को प्रकरण दर्ज किया था. आदिल व उसके साथियों पर सोशल मीडिया पर जमीनी कार्यक्रम दावा के जरिए आईएसआई के प्रचार-प्रसार में शामिल होने का आरोप रहा. यह नेटवर्क स्थानीय मस्जिदों व घरों में बैठके करता व देश में आंतक फैलाने की साजिश रच रहे थे. जांच में यह भी पता चला था कि तीनों आरोपी कट्टरपंथी है, इनके इरादे देश विरोधी रहे. यहां तक कि वे फंड जमा करने एनआईए की प्रचार-प्रसार सामग्री भेजने, युवाओं को भरती करने व आंतकवादी गतिविधियों को अंजाम हथियार खरीदने की क ोशिश में लगे रहे. सैय्यद मामूर अली ने फिसबिल्लाह के नाम से गु्रप बनाकर वाट्सएप चला रहा था. वह अपने साथियों के साथ पिस्तौल खरीदने का कोशिश करने में जुटा रहा. वहीं शाहिद हथियार एकत्र करने में जुटा रहा.
Source : palpalindia ये भी पढ़ें :-जबलपुर की इस दुकान में बिक रहे थे आरो के नकली फिल्टर, पुलिस की दबिश में खुलासा
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