नई दिल्ली, अहमदाबाद. गुजरात में चक्रवाती तूफान बिपरजॉय लगातार उग्र होता जा रहा है. चक्रवात के तट से टकराने से पहले कच्छ के नलिया इलाके में तेज बारिश हो रही है. मौसम विभाग के मुताबिक बहुत गंभीर चक्रवाती तूफान बिपरजॉय 15 जून की शाम तक जखऊ बंदरगाह के पास सौराष्ट्र और कच्छ से टकराएगा. इस बीच चक्रवात बिपरजॉय के मद्देनजर केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मंडाविया, गुजरात के स्वास्थ्य मंत्री ऋषिकेश पटेल और भाजपा सांसद विनोद चावड़ा सहित कई अधिकारियों ने विभिन्न जिलों के अधिकारियों के साथ बैठक की.
अलर्ट मोड में गुजरात सरकार
गुजरात सरकार चक्रवाती तूफान बिपरजॉय को लेकर अलर्ट मोड में आ गई है. तूफान के खतरे को देखते हुए कांडला शहर को को खाली किया जा रहा है, इसके अलावा जामनगर के ऐतिहासिक रेलवे स्टेशन की जर्जर इमारत को जामनगर महानगर पालिका ने गिरा दिया. साथ ही पश्चिम रेलवे ने एहतियात के तौर पर 67 ट्रेनों के परिचालन को पूरी तरह से रद्द कर दिया है.
कच्छ और सौराष्ट्र में ऑरेंज अलर्ट
उत्तर भारत के कई राज्यों में जहां तापमान में बढ़ोतरी के साथ ही लू चलने की आशंका जताई गई है, वहीं मौसम विभाग ने गुजरात के सौराष्ट्र और कच्छ तट के लिए चक्रवाती तूफान बिपरजॉय की चेतावनी जारी की है. मौसम विभाग ने कच्छ और सौराष्ट्र के लिए ऑरेंज अलर्ट जारी किया है.
अरब सागर को पार कर रहा बिपरजॉय
बिपरजॉय चक्रवाती तूफान फिलहाल अरब सागर को पार कर रहा है और गंभीर चक्रवाती तूफान में तब्दील हो गया है. गुजरात के कांडला में दीनदयाल पोर्ट अथॉरिटी के अधिकारियों ने निचले इलाकों में लोगों को गांधीधाम में आश्रयों में स्थानांतरित करना शुरू कर दिया. यहां 6 जहाज बंदरगाह को पहले ही छोड़ चुके हैं और 11 जहाज आज रवाना हो जाएंगे. यहां भारी बारिश की आशंका जताई गई है. मछली पकडऩे के परमिट पर रोक लगा दी गई है.
1965 के बाद जून में टकराएगा तीसरा तूफान
मौसम विभाग के आंकड़ों के मुताबिक साल 1965 से अब तक जून में गुजरात में टकराने वाला यह तीसरा चक्रवात तूफान है. साल 1965 से 2022 तक के आंकड़ों के आधार पर जून के महीने में 13 चक्रवात विकसित हुए हैं. इनमें से 2 ने गुजरात, 1 ने महाराष्ट्र, 1 ने पाकिस्तान और 3 ने ओमान-यमन के तटों को पार किया. वहीं दूसरी ओर 6 चक्रवाती तूफान समुद्र में ही कमजोर पड़ गए थे.
बिपरजॉय को लेकर पीएम मोदी की बैठक
चक्रवात की गंभीरता को देखते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोमवार को उच्च स्तरीय बैठक कर बिजली, संचार, स्वास्थ्य और पेयजल जैसी सभी आवश्यक सेवाओं को बनाए रखने और इन्हें कोई क्षति पहुंचने पर तत्काल बहाल करने के निर्देश भी दिए. उन्होंने पशुओं की भी सुरक्षा सुनिश्चित करने और 24 घंटे चलने वाले नियंत्रण कक्ष स्थापित करने को कहा है.
राहत व बचाव के लिए कई टीमें तैनात
इस बीच राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (एनडीआरएफ) राहत व बचाव कार्य के लिए 12 टीमें तैनात कर दी हैं, साथ ही एनडीआरएफ ने 15 टीमों को आपात स्थिति के लिए तैयार रखा है. अभी तक 7,500 लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचा दिया गया है. पोरबंदर के 31 गांवों से 3,000 लोगों और देवभूमि द्वारका में 1,500 से ज्यादा लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया है. अरब सागर में उठे चक्रवात बिपरजाय के चलते दिल्ली, राजस्थान, उत्तराखंड और पश्चिमी उत्तर प्रदेश में गुरुवार और शुक्रवार को हल्की वर्षा हो सकती है.
Source : palpalindia ये भी पढ़ें :-चक्रवात बिपरजॉय का असर: मुंबई में हैवी रेन, उड़ानें हुईं प्रभावित, पीएम मोदी ने की समीक्षा बैठक
चक्रवाती तूफान बिपरजॉय खतरनाक हुआ, चार राज्यों में बारिश का अलर्ट, आईएमडी ने दी यह चेतावनी
ग्लोबल वार्मिंग बना रही है चक्रवात 'बिपरजॉय' को घातक
Gujarat: चक्रवाती तूफान बिपरजॉय का बढा खतरा, सभी बंदरगाहों के लिए अलर्ट जारी
विकराल हो रहा चक्रवाती तूफान ‘बिपरजॉय’, कई राज्यों में अलर्ट, पीएम मोदी ने बुलाई समीक्षा बैठक