भोपाल. बरकतउल्ला विश्वविद्यालय,भोपाल ने प्रोफेसर सुश्री शादमा सिद्दीकी को माइक्रोबायोलॉजी (लाईफ साइंसेज) में उनके उत्कृष्ट शोध कार्य हेतु डॉक्टर ऑफ फिलॉसफी (पीएच.डी.) की उपाधि प्रदानकी है.
उनका शोध का विषय- स्क्रीनिंग एंड एक्सप्लोरेशन लोवास्टेटिन प्रोड्यूसिंग इंडिजिनियस फंगल आइसोलेट फ्राॅम फाॅरेस्ट साॅईल ऑफ़ पचमढ़ी बायोस्फीयर रिजर्व’ था. शोध कार्य प्रोफ़ेसर डॉ. रेणु मिश्रा, प्रमुख, माईक्राबाॅयोलाॅजी विभाग, श्री सत्य साई महिला महाविद्यालय, भोपाल एवं प्रोफ़ेसर डॉ. अनिल प्रकाश,प्रमुख, माईक्राबाॅयोलाॅजी विभाग,बरकतुल्लाह विश्वविद्यालय के मार्गदर्शन में हुआ. वर्तमान में सुश्री सिद्दीकी भोपाल के सैम ग्लोबल यूनीवर्सिटी के स्कूल ऑफ़ पैरा मेडिकल साइंसेस की विभाग में कार्यरत हैं.
डाॅ. शादमा विगत 18 वर्षों से उच्च शिक्षा के क्षेत्र में कार्य कर रहीं हैं. इनके माइक्रोबायोलॉजी पैरामेडिकल साइंसेज मॉलिक्यूलर बायोलॉजी मेडिकल बैक्टीरियोलॉजी सेरोलॉजी , इम्यूनोलॉजी, फॉरेंसिक बायोलॉजी जैसे विषयों से संबंधित शोध आलेख विभिन्न शोध पत्रिकाओं में प्रकाशित हो चुके हैं. उनकी अब तक 5 पुस्तकें प्रकाशित हो चुकी हैं , जिसमें से तीन की सह लेखिका हैं. साथ ही राष्ट्रीय -अंतराष्ट्रीय स्तर के संगोष्ठियों तथा सेमिनार में अभी तक 52 रिसर्च पेपर प्रस्तुत किए हैं.
पीएच.डी. में उनका शोध कार्य म.प्र. के प्रमुख वि’व प्रसिद्ध जैव विविधता क्षेत्र पचमढ़ी में जैव विविधता, मृदा संरक्षण तथा वानिकी के क्षेत्र में कार्य कर रहे विभिन्न छात्राओं तथा वैज्ञानिकों के लिए मार्गदर्शक सिद्ध होगा. सुश्री सिद्दीकी भविष्य में भी माइक्रोबियल फाॅरेन्सिक में ही अपना शोध कार्य जारी रखेंगी. उनकी इस उपलब्धि पर उनके माता-पिता श्री मो. माजिद इम्तियाज व आलिया बानो, पति श्री मोअज्जम सिद्दीकी सहित सभी शुभ चिंतकों ने हार्दिक बधाई दी है
Source : palpalindia ये भी पढ़ें :-कमलनाथ के भोपाल में पोस्टर लगे तो शिवराजसिंह चौहान के जबलपुर में लगे..!
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