पलपल संवाददाता, जबलपुर/इंदौर. एमपी में होने वाले विधानसभा चुनाव में जैन समाज 100 सीटों पर अपने प्रत्याशी उतारेगा. जैन संतों ने कहा ने कहा कि सरकार सुन ले यदि जिता नहीं सकते तो हरा जरुर सकते है. जैन समाज व संतो की नाराजगी का कारण है कि पिछले दिनों इंदौर से 10 किलोमीटर दूर जैन तीर्थ गोम्मटगिरी में जैन समाज व गुर्जरों के बीच जमीन को लेकर विवाद हो गया था. इस घटनाक्रम के बाद जैन समाज प्रदेश सरकार के खिलाफ लामबंद हो गया है. यहां तक कि जबलपुर की पांच विधानसभा सीटों से भी जैन समाज ने अपने प्रत्याशी उतारने की घोषणा की है.
बताया गया है कि जैन संत पुलक सागर महाराज ने सरकार को चेतावनी तक दे दी है कि गोम्मटगिरी से कब्जे नहीं हटाए जाते है तो इस खामियाजा सरकार को भुगतना पड़ सकता है. वहीं भगवान बाहुबली दिगंबर जैन ट्रस्ट के अध्यक्ष ने भी इंदौर में पत्रकारों से चर्चा करते हुए कहा कि अपने हक के लिए सरकार से टकराने से पीछे नहीं हटेगें. इसके अलावा सरकार के रुख से खफा हुए संत सुधासागर जी महाराज, प्रणामसागर व आदित्य सागर महाराज सहित देश के अन्य जैन संतो ने भी सरकार को चेतावनी दी है. संतो का कहना है कि जैन तीर्थो को लूटा जा रहा है, अतिक्रमण किए जा रहे है. क्या हमने सरकार को इसी दिन के लिए चुना था कि हमारे तीर्थो पर अतिक्रमण किए जाए, विध्वंस किया जाए. पहले शिखरजी पर आंच उठी थी अब गोम्मटगिरी पर, ऐसा करते-करते तो कोई तीर्थ क्षेत्र ही नहीं बचेगा. ऐसे में जब सरकार हमारा साथ नहीं देगी तो हम भी सरकार का साथ नहीं दे सकते है. संतो ने यहा तक कहा कि अब समय आ गया है कि अपनी बात को मनवाने के लिए राजनैतिक ताकत जरुरी है, समाज अब विधानसभा चुनाव में बड़ी चुनौती बनकर उतरेगा. प्रदेश की 230 विधानसभा सीटों में से 100 सीटों पर अपने प्रत्याशी उतारेगा. गौरतलब है कि मध्यप्रदेश में पांच लाख से ज्यादा जैन है जो 106 सीटों पर दखल रखते है.
जबलपुर की पांच सीटों पर उतारे जाएगें प्रत्याशी-
सूत्रों की माने तो जैन संतो के आव्हान के बाद जबलपुर की पांच विधानसभा सीट जिसमें उत्तर-मध्य, पनागर, पाटन, पश्चिव व केंट है. जहां से जैन समाज अपने प्रत्याशी उतारने की तैयारी में है. समाज ने प्रदेश के 38 जिालें की 100 से ज्यादा सीटें चयनित की है. क्योंकि इन सभी विधानसभा सीटों में जीत-हार का अंतर 100 वोट से लेकर 36 हजार तक ही होता है. जिसमें जैन समाज के वोटर भाजपा व कांग्रेस के सारे समीकरण बिगाडऩे की ताकत रखते है.
चुनाव का संचालन जैन संत करेगें-
इंदौर में समाज के अध्यक्ष श्री मोदी ने पत्रकारों से चर्चा करते हुए कहा कि एमपी में विधानसभा चुनाव में समाज का नेतृत्व हमारे पूज्य संत ही करेगें. टिकट वितरण के अलावा समाज के लोगों को एकत्र करने व मार्गदर्शन भी संतो द्वारा ही किया जाएगा. जैन समाज अपनी मेहनत के बलबूते पर आर्थिक तौर पर सक्षम है. हम सरकार से कभी अपनी सुविधाओं या किसी अन्य चीज के लिए डिमांड नहीं करते. अपनी विधानसभा क्षेत्र के जैन प्रत्याशियों को ही चुनाव मैदान में उतारा जाएगा.
इन जिलों में उतारे जाएगें प्रत्याशी-
जैन समाज द्वारा दमोह, सागर, दतिया, शिवपुरी, मुरैना, भिंड, ग्वालियर, गुना, अशोक नगर, टीकमगढ़, छतरपुर, पन्ना, सतना, रीवा, सिंगरौली, कटनी, जबलपुर, बालाघाट, सिवनी, नरसिंहपुर, छिंदवाड़ा, बैतूल, हरदा, होशंगाबाद व रायसेन की विधानसभा सीटों से अपने प्रत्याशी चुनाव मैदान में उतारेगा.
आदित्य सागर जी महाराज ने कहा कि गोम्मटगिरि का विवाद हल नहीं हुआ. सरकार सुन लेए हम कम हैंए लेकिन अभी हममें दम है. सभी जैन और जैनों पर आश्रित लोग सरकार के खिलाफ जाएंगे. हम खुद चुनावी मैदान में उतरेंगे. जीत नहीं पाएए तो हरा तो जरूर देंगे. नेता वोट बैंक के लिए हमारे मंदिरों पर ही कब्जा करेंगे. हमें जागने की जरूरत है. पिछले 10 साल में जैन समाज के तीर्थ क्षेत्रों पर जितना कब्जा हुआ हैए उतना पहले कभी नहीं हुआ.
Source : palpalindia ये भी पढ़ें :-जबलपुर: डुमना विमानतल पर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का आत्मीय स्वागत