पलपल संवाददाता, एमपी. मध्यप्रदेश में पटवारी पेपर लीक मामले व अन्य भर्तियों में की गई गड़बडिय़ों के विरोध में प्रदेश भर में छात्र-छात्राएं सड़कों पर उतर आए है. इंदौर में नेशनल एजुकेटेड यूथ यूनियन के नेतृत्व में हजारों की संख्या में छात्र-छात्राओं ने आज दोपहर 12.30 बजे कलेक्टर ऑफिस का घेराव कर दिया. इसी तरह भोपाल, नर्मदापुरम सहित अन्य जिलों में भी विरोध प्रदर्शन किए जा रहे है.
बताया गया है कि इंदौर में प्रदर्शनकारी छात्र तीन घंटे तक सड़क पर ही बैठे रहे. घेराबंदी के चलते कलेक्टर कार्यालय क्षेत्र में यातायात व्यवस्था पूरी तरह से बिगड़ गई, जाम के हालात निर्मित हो गए थे. एसडीएम अंशुल खरे ज्ञापन लेने पहुंचे लेकिन प्रदर्शनकारियों ने कलेक्टर इलैयाराजा टी को ज्ञापन देने की बात कही. स्टूडेंटस की मांग की थी कि यदि पटवारी भर्ती में फर्जीवाड़े की सीबीआई जांच नहीं हुई तो अगली बार सीएम हाउस का घेराव करेंगे. उन्होंने कहा कि कानून बनाकर पेपर लीक के दोषी को उम्रकैद की सजा कराई जाए. प्रदर्शनकारियों ने कलेक्टर ऑफिस के गेट पर रघुपति राघव राजा राम भजन गाया . प्रदर्शन कर रहे स्टूडेंटस का कहना था कि वे कलेक्टर से मिलने के लिए इंतजार करेंगे. जब तक नहीं आएंगे कलेक्टर तब तक ये लड़ाई जारी रहेगी. यहीं बैठे रहेंगे. हम बैरिकेड के बाहर ही रहेंगे, किसी तरह का उपद्रव नहीं करेंगे, लेकिन कोई सुनने तो आए. हालांकि दोपहर तीन बजे कलेक्ट्रेट के सामने की सड़क पूरी तरह खाली हो गई. प्रदर्शनकारी आश्वासन के बाद चेतावनी देकर लौट गए. इस मौके पर छात्रों ने मुख्यमंत्री को संबोधित ज्ञापन में दावा किया है कि व्यापमं द्वारा पटवारी ग्रुप 2, सबग्रुप 4 एग्जाम की जो टॉप टेन लिस्ट बनाई है. उनमें से सात कैंडिडेट ग्वालियर के एक ही कॉलेज से हैं. इन टॉपर्स की आंसर की देखने पर पता चला है कि इन्होंने अपने परीक्षा फॉर्म में साइन अंग्रेजी में किए थे. जबकि इन लोगों को अंग्रेजी विषय के पेपर में 25 में से 25 नंबर दिए गए हैं. इनमें से कुछ छात्र तो ऐसे हैं जिन्होंने पहली ही बार में एग्जाम में टॉप किया है.
भोपाल में कर्मचारी चयन मंडल के सामने प्रदर्शन-
इसी तरह भोपाल में भी कर्मचारी चयन मंडल के सामने बड़ी संख्या में पटवारी अभ्यर्थी जमा हुए. पटवारी परीक्षा में गड़बड़ी का आरोप लगाते हुए 400 से ज्यादा अभ्यर्थी आफिस के गेट के सामने बैठ गए. मध्यप्रदेश बेरोजगार संघ के पदाधिकारियों ने कहा कि 2017 के बाद से लगातार समस्याएं हो रही हैं. हमने शांतिपूर्ण तरीके से कलेक्टर को आवेदन देकर सात दिन का समय दिया है. यदि इस मामले में जांच नहीं हुई तो एक सप्ताह बाद जंबूरी मैदान पर आंदोलन करेंगे. भोपाल से दिल्ली तक जाएंगे.
क्या पहले ही मिल गई थी आंसर शीट-
इंदौर में प्रदर्शनकारी छात्रा का कहना था कि ऐसी महिला कैंडिडेट जिसे पटवारी के पद पर जॉइनिंग दी है. जबकि उनके सर्वाधिक नंबर होने से वे पटवारी से भी ऊपर के पद के लिए पात्र हैं. परीक्षा में उत्तर देते समय इन्होंने सिर्फ वे ही ऑप्शन चुने जो व्यापमं द्वारा गलती से कुछ प्रश्नों के उत्तर में दे दिए थे. इससे ऐसा लगता है कि इन कैंडिडेट को व्यापमं द्वारा जारी आंसर शीट पहले ही मिल गई थी. इनके अलावा और भी कुछ बातें ऐसी हैंए जिनसे समझ आता है कि ग्वालियर के एनआरआई कॉलेज में पटवारी भर्ती परीक्षा के पेपर लीक किए गए हैं.
इन परीक्षाओं में भी हुई है गड़बड़ी-
एक प्रदर्शनकारी का कहना था कि पटवारी परीक्षा के अतिरिक्त जेल प्रहरी, कृषि यांत्रिकी की भर्ती में भी फर्जीवाड़ा हुआ है. उन पर कोई कार्रवाई नहीं हुई. उस सॉफ्टवेयर कंपनी पर भी कार्रवाई होनी चाहिए जिसे अन्य राज्यों ने बैन करके रखा है. कंपनी ने ये पेपर दूसरे कंपनी को कैसे दे दिए. जो भी लोग इसमें लिप्त हैं उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई हो. कॉलेज राजसात करके वहां बुलडोजर चलाया जाए.
नर्मदापुरम-
यहां पर भी कलेक्ट्रेट गेट के समक्ष सैकड़ों अभ्यर्थियों ने प्रदर्शनर कर नारेबाजी करते हुए सीएम शिवराज सिंह चौहान के नाम एसडीएम को ज्ञापन सौपा है. परीक्षार्थियों का कहना था कि पिछ्ले दिनों पटवारी भर्ती परीक्षा का परिणाम जारी हुआ है लेकिन टॉप 10 को लिस्ट जारी नहीं की गई. जब अभ्यर्थियों व शिक्षकों ने दबाव बनाया तो टॉप 10 को लिस्ट जारी की. जिसमें 10 में से 7 अभ्यर्थी एक ही सेंटर से चयनित हुए. इनमें से टॉप करने वाले ज्यादातर स्टूडेंट ने जहां अपने हस्ताक्षर हिंदी में किए हैं वहीं उनके अंक देखे जाएं तो किसी रिकॉर्ड से कम नहीं.
Source : palpalindia ये भी पढ़ें :-मध्यप्रदेश: पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने बुलाया मप्र कांग्रेस सिख सम्मेलन
#abpnews पीयूष बबेले.... मध्यप्रदेश में मीडिया की आजादी संपूर्ण रूप से समाप्त हो चुकी है?
मध्यप्रदेश में खराब काम पर 6 महिला जजों को नौकरी से निकाला, 3 की संपत्ति राजसात होगी
UP की तर्ज पर मध्यप्रदेश में भी वाहनों के चालान रद्द करें मुख्यमंत्री शिवराज : परमवीर सिंह
मध्यप्रदेश: ब्राह्मण महाकुंभ में आज जुटेंगे लाखों लोग, करेंगे एट्रोसिटी एक्ट खत्म करने की मांग