रायपुर. नवा रायपुर में मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने मंगलवार को चार बड़ी परियोजनाओं की आधारशिला रखी, जिसमें होलसेल कारीडोर-कमर्शियल हब, एयरोसिटी, शहीद स्मारक, छत्तीसगढ़ कृषि भवन का शिलान्यास और भूमिपूजन किया गया. सेक्टर-35 में बड़ी परियोजनाओं के शुभारंभ से आने वाले दिनों में नवा रायपुर में व्यवसाय, रोजगार, आर्थिक विकास और बसाहट में तेजी आने की उम्मीद है.
मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा कि सरकार की जिम्मेदारी होती है कि हर वर्ग के लोगों को अवसर दें. यह होलसेल कारिडोर देश के सबसे सुव्यवस्थित थोक बाजारों में से एक होगा. व्यापारियों की मांग के बाद यहां 540 रुपये प्रति वर्गफीट में जमीन आवंटित की जाएगी. होलसेल कारीडोर के निर्माण में जो भी अतिरिक्त राशि लगेगी वह भी राज्य सरकार द्वारा वहन किया जाएगा. चैंबर आफ कामर्स के अध्यक्ष अमर पारवानी ने कहा कि होलसेल कारीडोर से डेढ़ लाख लोगों को रोजगार मिलेगा. चीन और अमेरिका की तर्ज पर यहां होलसेल कारीडोर का सुव्यवस्थित विकास होगा.
मुख्यमंत्री ने नवा रायपुर में ही कृषि विपणन बोर्ड के नवीन कार्यालय भवन का भी लोकार्पण किया. सेक्टर-24 में 40 करोड़ रुपये की लागत से तैयार बीज निगम का कार्यालय भी यहां संचालित होगा. कार्यक्रम में मुख्यमंत्री के साथ ग्रामीण विकास मंत्री रविंद्र चौबे, विधायक धनेंद्र साहू, आवास एवं पर्यावरण मंत्री मो. अकबर सहित चैंबर आफ कामर्स के सदस्य व पदाधिकारी मौजूद थे.
सबसे बड़ा बनिया मैं हूं, गोबर भी बेचा
मुख्यमंत्री ने भाषण के दौरान चुटकी लेते हुए व्यापारियों से कहा कि आपको लगता है कि आप सबसे बड़े बनिया हो, लेकिन आपको नहीं पता मैंने गोबर भी किलो में बेचा है. इसलिए सबसे बड़ा बनिया कौन हुआ? गो-मूत्र तो पहले भी बिक रहा था, लेकिन देश में पहली बार गोबर बेचकर मवेशी पालकों के खाते में रुपये डाला. इससे ग्रामीण अर्थव्यवस्था की तस्वीर बदली. हम छत्तीसगढ़ के आर्थिक विकास के लिए लगातार काम कर रहे हैं.
1083 एकड़ में कमर्शियल हब- वाणिज्यिक गतिविधियों को बढ़ावा देने के उद्देश्य से सेक्टर-23, 24, 34, 35 और 40 में 1083 एकड़ में कमर्शियल हब विकसित किया जा रहा है. यह पीपीपी माडल पर तैयार होगा. कारीडोर के लिए प्रदेश के 70 से अधिक व्यापारी संगठनों से आवेदन आ चुके हैं. पहले चरण में 125 एकड़ में 195 करोड़ रुपये की लागत से अधोसंरचना का निर्माण किया जाएगा. इसका चरणबद्ध विकास किया जाएगा.
एयरोसिटी से बढ़ेगी सुविधाएं- नवा रायपुर के लेयर-3 में यात्री सुविधाओं को बढ़ावा देने एयरोसिटी का निर्माण होगा. एयरपोर्ट के करीब 216 एकड़ क्षेत्रफल में होटल, शापिंग काम्पलेक्स, एम्युजमेंट पार्क, इंटरटेनमेंट जोन, रेस्टोरेंट आदि लग्जरी सुविधाएं होगी. इससे एयरपोर्ट क्षेत्र में वाणिज्यिक विकास तथा रोजगार सृजन होगा. स्वामी विवेकानंद विमानतल के निकट ग्राम बरोदा एवं रमचंडी में एयरोसिटी विकसित की जा रही है.
छत्तीसगढ़ कृषि भवन- नवा रायपुर के सेक्टर-19 में 49.50 करोड़ रुपये की लागत से कृषि भवन में कृषि संबंधित सभी विभाग संचालित होंगे, जिसमें कृषि अभियांत्रिकी, उद्यानिकी एवं प्रक्षेत्र वानिकी, जल ग्रहण प्रबंधन, पशुधन विकास और मछली पालन के संचालनालय होंगे. 3.14 एकड़ में विस्तारित इस भवन में राज्यभर से आने वाले कृषकों की समस्या का समाधान एक ही छत के नीचे होगा.
अमर जवान ज्योति स्मारक- नवा रायपुर के सेक्टर-3 में वीआइपी बटालियन के लिए 42.93 एकड़ जमीन चिन्हांकित की गई है. यहां 13 एकड़ में अमर जवान ज्योति स्मारक और शहीद स्मारक की स्थापना की जाएगी. इस परियोजना में लगभग सात एकड़ भूमि पर 2700 बलिदानियों के नाम दीवारों पर उत्कीर्ण किए जाएंगे. यहां 1500 वर्गमीटर क्षेत्रफल में स्मारक म्यूजियम, परेड ग्राउंड आदि होगा.
Source : palpalindia ये भी पढ़ें :-छत्तीसगढ़ में भगवान गणेश की मूर्तियां तोड़ी, भड़का आक्रोश
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