अभिमनोज. मध्यप्रदेश में बीजेपी की राजनीति करवट ले रही है, नतीजा यह है कि.... शिवराज सिंह चौहान फिर से मुख्यमंत्री बन पाएंगे, इस पर बहुत बड़ा सवालिया निशान है, क्योंकि.... पराए तो विरोध में हैं ही, अपने भी साथ नहीं हैं, एमपी में बीजेपी शिवराज सिंह चौहान के सीएम फेस पर चुनाव नहीं लड़ रही है, मतलब.... बीजेपी बहुमत हासिल कर ले तब भी शिवराज सिंह चौहान का मुख्यमंत्री बनना तय नहीं है?
शिवराज सिंह चौहान के समक्ष तीन बड़ी चुनौतियां हैं....
एक- कांग्रेस लगातार बड़ी चुनौती बनती जा रही है.
दो- शिवराज सिंह चौहान लगातार जनता के लिए चुनावी रेवड़ियां बांट रहे हैं, बावजूद इसके.... बीजेपी ने शिवराज सिंह चौहान को सीएम फेस नहीं बनाया है.
तीन- सत्ता विरोधी लहर के चलते जनता का समर्थन हासिल करना मुश्किल है.
स्वयं शिवराज सिंह चौहान के बयान बता रहे हैं कि उन्हें भी पक्का भरोसा नहीं है कि वे मुख्यमंत्री बन पाएंगे?
पिछले एक सप्ताह में सीएम शिवराज सिंह चौहान ने कई ऐसे बयान दिए हैं जिसके बाद मध्यप्रदेश की सियासत के चाय के प्याले में तूफान आया हुआ है?
हालांकि, खबरों की मानें तो अपने बयानों पर सफाई देते हुए सीएम शिवराज सिंह चौहान का कहना है कि.... इन बयानों के मायने निकालने के लिए गहरी सोच होनी चाहिए!
वैसे, देखा जाए तो मोदी टीम ने बीजेपी के बड़े नेताओं को विधानसभा चुनाव में उतार कर शिवराज सिंह चौहान की सत्ता की राह में अनेक बाधाएं खड़ी कर दी हैं?
देखना दिलचस्प होगा कि बड़ी-बड़ी घोषणाएं करके जनता का समर्थन प्राप्त करने में शिवराज सिंह चौहान कितना सफल होते हैं और बीजेपी बहुमत हासिल कर लेती है, तब भी क्या मोदी टीम उन्हें मुख्यमंत्री बनने देती है?
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