पलपल संवाददाता, जबलपुर. पांच मासूम बच्चों के हाथ-पैर बांधकर लाठी से पीटने का एक वीडियो सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हो रहा है. उक्त घटना जबलपुर की बताई जा रही है. यहां तक कि आज प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष जीतू पटवारी ने सोशल मीडिया एक्स पर बच्चों की पिटाई का वीडियो आज सुबह 8 बजे शेयर किया और 9 बजे डिलीट कर दिया. उक्त वीडियो को लेकर कलेक्टर दीपक सक्सेना व एसपी आदित्यप्रताप सिंह ने कहा कि उक्त वीडियो का जबलपुर का नहीं है. इस तरह के वीडियो की पलपल इंडिया इंटरनेट न्यूज पेपर पुष्टि नहीं करता है.
बताया जाता है कि कुछ दिनों से सोशल मीडिया पर पांच बच्चों के हाथ-पैर बांधकर एक व्यक्ति लाठी से बुरी तरह पीटा रहा है. बच्चों को गांव के कई लोग पिटते देख रहे है लेकिन कोई भी उन बच्चों को बचाने के लिए आगे नहीं आ रहा है. अभी तक यह वीडियो लोगों के बीच चर्चा का विषय बना रहा लेकिन अब इसे राजनैतिक रंग दिया जा रहा है. आज सुबह 8 बजे के लगभग प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष जीतू पटवारी ने सोशल मीडिया एक्स बच्चों की पिटाई का वीडियो शेयर कर दिया. उक्त वीडियो के शेयर होने के बाद राजनैतिक हल्कों में हड़कम्प मच गया. हालांकि प्रदेश अध्यक्ष जीतू पटवारी ने करीब एक घंटे बाद उक्त वीडियो डिलीट भी कर दिया था.
श्री पटवारी ने दावा किया है उक्त वीडियो जबलपुर का है, उन्होने एक्स पर लिखा कि रोते बिलखते, चीखते इन बच्चों ने सिर्फ कुएं से पानी पी लिया था. उन्होने तालिबानी सजा इसलिए दी गई कि वे अनुसूचित जाति से है. उन्होने कहा कि सीएम मोहन यादव ऐसे लोगों को चिन्हित कर कार्यवाही कर जाए और पूरे अनुसूचित जाति व जनजाति से तत्काल माफी मांगे. वहीं उक्त वीडियो जिसमें पांच बच्चों के हाथ-पैर बांधकर तालिबानी सजा दी जा रही है.
कलेक्टर-एसपी ने कहा इसका जबलपुर से कोई संबंध नहीं-
वहीं कलेक्टर दीपक सक्सेना का कहना है कि वीडियो का जबलपुर जिले से कोई सबन्ध नहीं है . पुलिस अधीक्षक आदित्य प्रताप सिंह ने कहा कि कथित वीडियो की जांच की गई है और यह जबलपुर जिले का नहीं है .
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