होलाष्टक होली के त्योहार से ठीक पहले आता है. ऐसे में बहुत से लोगों के मन में दुविधा होती है कि हमें नए गहने और वस्त्र खरीदने हैं क्या वो इस दौरान होलाष्टक के दौरान किए जा सकते हैं या नहीं? क्या होलाष्टक में सोने चांदी की खरीद अशुभ साबित होती है? तो चलिए आपके इस सवाल का भी जवाब जान लेते हैं.
ज्योतिष के अनुसार माना जाता है कि होलाष्टक के ये आठ दिन वो दिन होते हैं जब हिरणकश्यप ने अपने पुत्र को 8 दिनों तक कठोर यातनाएँ दी थी. ऐसे में ये कष्ट के दिन होते हैं. यही वजह है कि इस दौरान जो भी चीज खरीदी जाती है माना जाता है कि उससे व्यक्ति के जीवन में कष्ट और दुख ही आएगा.
होलाष्टक में अगर कोई भी व्यक्ति सोना या चांदी खरीदता है तो इससे उनके जीवन में दुख आने लगता है. इसके अलावा अगर कोई महिला इसे धारण करती है तो इससे भी उनके जीवन में दुख मंडराने लगता है. यही वजह है कि होलाष्टक में सोना चांदी की खरीद, नया मकान खरीदना, नई गाड़ी खरीदना या कोई भी शुभ मांगलिक कार्य करना वर्जित होता है.
ज्योतिष के कई जानकार होलाष्टक के इन आठ दिनों की तुलना श्राद्ध के दिनों से भी करते हैं. ऐसे में अगर आप भी कोई नया या शुभ काम करना चाहते हैं तो कुछ दिनों का इंतजार करें और होली की शुरुआत से यानी चैत्र माह के कृष्ण पक्ष की प्रतिपदा तिथि से आप शुभ कार्य करना शुरू कर सकते हैं. इसमें आपको सुख सफलता दोनों प्राप्त होगी.
भोज दत्त शर्मा , वैदिक ज्योतिष
Astrology By Bhoj Sharma
Source : palpalindia ये भी पढ़ें :-होलाष्टक से जुड़ी कथा को जानें
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