कोटा. वेस्ट सेन्ट्रल रेलवे एम्पलाइज यूनियन (डबलूसीआरईयू) के सद्प्रयास एवं मुख्यालय पीएनएम के आउट सेट में उठाई गई मांग के अनुसार मण्डल के सेवानिवृत रेल कर्मचारियों को अब गम्भीर बीमारियों में एक साथ तीन माह की दवाईयाँ रेलवे चिकित्सालयों से दी जायेगी.
सहा.महामंत्री नरेश मालव ने बताया कि यूनियन लम्बे समय से यह मांग कर रही थी कि गम्भीर बीमारी में जिन सेवानिवृत कर्मचारियों की दवाईयाँ लगातार चलती है उन्हें दवा बढवाने के लिए बार-बार चिकित्सालय आना पड़ता है. जिससे उन्हें शारीरिक एवं मानसिक रूप से परेशानी होती है.
ऑल इंडिया रिटायर्ड पेंशनर वेलफेयर फेडरेशन द्वारा भी इसकी लगातार मांग की जा रही थी. यूनियन के महामंत्री कॉ. मुकेश गालव ने उपरोक्त विषय को मुख्य चिकित्सा अधीक्षक कोटा एवं प्रमुख मुख्य चिकित्सा निदेशक के समक्ष उठाया तथा अभी 6-7 जून को जबलपुर में सम्पन्न हुई मुख्यालय स्तर की स्थाई वार्ता तंत्र की बैठक में आउट सेट के माध्यम से महाप्रबंधक महोदय के भी संज्ञान में लाया गया. जिसके उपरांत मुख्यालय ने तीनों मंडलों के मुख्य चिकित्सा अधीक्षक को इस बाबत आदेश जारी कर दिये गये हैं.
सेवानिवृत कर्मचारी जो कि लगातार एवं गम्भीर बीमारियों जैसे थायराइड, बीपी, शुगर, हाइपरटेन्शन, मिर्गी इत्यादि से ग्रसित हैं. उन्हें तीन माह की दवाईयाँ एक साथ दे दी जाये एवं इसके लिए उपयुक्त व्यवस्था करने के निर्देश भी चिकित्सालयों को दिये गये है. इस व्यवस्था के प्रारंभ होने से जोन के हजारों सेवानिवृत कर्मचारी लाभान्वित होंगे. इस व्यवस्था के प्रारंभ होने पर ऑल इंडिया रिटायर्ड पेंशनर वेलफेयर फेडरेशन के मंडल अध्यक्ष कॉ. जीपी सिंह, मण्डल सचिव डी.के अरोड़ा, कार्यकारी अध्यक्ष, कॉ.ओमप्रकश वर्मा सहित समस्त कार्यकारणी एवं सेवानिवृत कर्मचारियों ने यूनियन की लीडरशीप का आभार व्यक्त किया.
Source : palpalindia ये भी पढ़ें :-रेलवे द्वारा विश्व पर्यावरण दिवस पर जागरूकता रैली एवं विविध कार्यक्रम का किया आयोजन
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