जबलपुर. एशिया की सबसे बड़ी रेल कर्मचारियों की सोसायटी दि सेंट्रल रेलवे एम्पलाइज क्रेडिट को आपरेटिव सोसायटी लि. के प्रतिष्ठापूर्ण चुनाव के मतदान को चंद घंटे ही शेष हैं. लेकिन रेल कर्मचारियों को भ्रमित करने के हथकंडे अपनाये जा रहे हैं. ऐसे ही कई मामले सामने आये हैं, जिसमेें कुछ समय पहले लाल झंडे की यूनियन (डबलूसीआरईयू) छोड़कर दूसरे संगठन में शामिल होकर सोसायटी का चुनाव लडऩे वाले केेंडीडेट्स मतदाताओं को भ्रमित करते हुए कह रहे हैं कि अरे, भाई अभी तो आप हमें वोट देकर जिताओ, जीतने के बाद तो हम लाल झंडे की यूनियन में शामिल हो जाएंगे.
इस तरह के मामले से स्पष्ट है कि कई केेंडीडेट्स इस तरह की बातें इसलिए कर रहे हैं, क्योंकि लाल झंडे की यूनियन का कर्मचारियों के बीच काफी विश्वास है और यूनियन के केंडीडेट्स पर भरोसा जता रहे हैं, इसी बात का फायदा विपक्षी संगठन के केंडीडेट्स उठाना चाह रहे हैं.
यूनियन महामंत्री की दो टूक- बंद है डबलूसीआरईयू छोड़कर जाने वालों के दरवाजे
वहीं इस मामले में जब वेस्ट सेंट्रल रेलवे एम्पलाइज यूनियन (डबलूसीआरईयू) के महामंत्री कामरेड मुकेश गालव से मीडिया ने इस तरह की चल रही चर्चाओं पर उनका पक्ष जानना चाहा तो श्री गालव ने स्पष्ट किया कि रेल कर्मचारी विपक्षी संगठन के केंडीडेट्स के किसी तरह के बहकावों में नहीं आये. यूनियन छोड़कर जो लोग पूर्व में चले गये हैं और वे चुनाव लड़ रहे हैं, ऐसे किसी भी व्यक्ति चाहे वे किसी भी पद पर क्यों न हों, उन्हें यूनियन में कभी भी शामिल नहीं किया जाएगा. जो लोग यूनियन की नीतियों, कार्यशैली व अनुशासनबद्ध होकर कर्मचारियों की सेवा में लगातार कार्य कर रहे हैं, वहीं यूनियन का असली परिवार है और उन्हीं केंडीडेट्स को यूनियन के लेम्प निशान पर वोट देकर विजयी बनाएं.
Source : palpalindia ये भी पढ़ें :-रेलकर्मचारी भ्रमण के लिये हवाई मार्ग से जायेंगे केरल, WCREU ने करवाये कई निर्णय
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