जबलपुर. बुधवार 24 जुलाई की सुबह 5 बजे से शुरू हुई मूसलाधार बारिश ने जबलपुर-कटनी रेलखंड के बीच रेल यातायात को जबर्दस्त प्रभावित किया है. भारी बारिश की भयावहता का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि स्लीमनाबाद-डुंडी के बीच 7 किलोमीटर लंबे रेल मार्ग की दोनों लाइनों अप व डाउन पर कई फुट ऊपर पानी घंटों बहता रहा। रेल इंजीनियर्स, ट्रैकमैनों की टीम ने ट्रैक के ऊपर बहते पानी के बावजूद सुरक्षित रेल संचालन के लिए जी-जान से जुटे रहे.
हर विषम परिस्थितियों, चाहें भीषण गर्मी हो, हड्डी कंपकंपाने वाली सर्दी हो या फिर भारी बारिश, हर समय सुरक्षित रेल संचालन में मुस्तैद रेलवे के इंजीनियर्स, ट्रैकमैन की सक्रियता, मुस्तैदी एक बार फिर सामने आयी, जब आज सुबह शुरू हुई भीषण बारिश इतनी अधिक थी कि जबलपुर-कटनी रेल सेक्शन के स्लीमनाबाद-डुंडी के बीच लगभग 7 किलोमीटर ट्रैक के ऊपर एक फुट से अधिक पानी बहने लगा, जैसे ही बारिश की भयावहता की जानकारी इंजीनियरिंग विभाग को लगी, तत्काल ही पूरी टीम सक्रिय हो उठी और इस 7 किलोमीटर ट्रेक पर कर्मचारी पानी की निकासी के साथ-साथ रेल यातायात चलता रहे, इसके लिए भी जुटे रहे.
बताया जाता है कि घुटनों के ऊपर पानी में कर्मचारी घंटों काम करते रहे, जिससे उनके पैर, हाथ तक सफेद पड़ चुके थे, इसके बावजूद सीनियर सेक्शन इंजीनियर्स अपने मातहत स्टाफ जिसमें ट्रैकमैन, कीमैन व अन्य कर्मचारी शामिल थे. वरिष्ठ मंडल अभियंता समन्वय व अन्य अधिकारियों के मार्गदर्शन में पानी में डूबे ट्रैक पर ट्रेनों को पैदल पायलटिंग कराकर ट्रेन को निकाला जाता रहा। बाद में जब पानी ट्रैक से उतर गया, तब ट्रेक को कितना नुकसान पहुंचा है, जिसमें गिट्टी कितनी बही है, ट्रैक के किनारे मिट्टी कितनी बही है, उसे उसे सही किया जाता रहा. बताया जाता है कि ट्रैक से पानी को अपरान्ह 3 बजे के लगभग क्लीयर किया जा सका है. समाचार लिखे जाने तक इस रेलखंड पर यातायात सामान्य हो चुका है, किंतु एहतियातन ट्रेनों को सीमित गति से चलाने के आदेश दिये गये हैं.
Source : palpalindia ये भी पढ़ें :-Rail News: भारी बारिश ने जबलपुर रेल मंडल के डुंडी स्टेशन के ट्रैक पर भरा पानी, थमी रेल की रफ्तार
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