नई दिल्ली. राजेंद्र नगर में हुई घटना को लेकर दिल्ली नगर निगम एक्शन में दिख रहा है. हर बार की तरह घटना के होने का इंतजार करने के बाद निगम ने अपनी खाल बचाने के लिए कार्रवाई की है. निगम ने 13 कोचिंग सेंटर्स को सील किया है. यह कोचिंग सेंटर या तो बेसमेंट में चल रहे थे या फिर इनकी लाइब्रेरी या क्लासेस बेसमेंट में थीं. इसका महापौर डॉ. शैली ओबेराय ने भी श्रेय लिया है और एक्स पर पोस्ट कर जानकारी दी है. निगम ने अपने जारी बयान में कहा कि इस मामले की गहन जांच की जा रही है. ताकि बेसमेंट में हुए जलभराव के कारणों का पता लगाया जा सके.
संपत्ति मालिकों के पास सभी आवश्यक दस्तावेज हैं. हालांकि, संपत्ति मालिक को भवन उपनियमों का उल्लंघन करते हुए पाया गया है. विशेष रूप से बेसमेंट के उपयोग के संबंध में. बेसमेंट में पार्किंग और भंडारण के लिए अनुमति दी गई थी. बेसमेंट को पुस्तकालय और अध्ययन कक्ष के रूप में उपयोग करने की अनुमति नहीं थी. किताबों का भंडारण किया जा सकता था.
शनिवार शाम तेज वर्षा से सड़क पर करीब पांच फीट तक पानी भर गया था. तब कोचिंग सेंटर के बेसमेंट में करीब 35 छात्र पढ़ रहे थे. शाम करीब सात बजे सड़क पर कुछ बड़े वाहनों के यूटर्न लेने पर पानी के प्रेशर से बेसमेंट की सीढिय़ों पर लगे कांच का दरवाजा टूट गया, जिससे तेज बहाव के साथ चंद मिनटों में वहां पानी भर गया. इस हादसे में तीन छात्रों की मौत हो गई थी.
Source : palpalindia ये भी पढ़ें :-दिल्ली: मणिपुर-झारखंड और तेलंगाना समेत 10 राज्यों के बदले राज्यपाल
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