अनिल मिश्र/किशनगंज
आरक्षण को लेकर छात्र आंदोलन से शुरू हुए हिंसक घटनाओं के बाद सियासी दांव पेंच के कारण पड़ोसी देश बांग्लादेश में अराजक स्थिति पिछले कई दिनों से जारी है.इसी दरम्यान वहां तख्तापलट भी हो गया है.आपात स्थिति को देखकर वहां पर पन्द्रह वर्षों से प्रधानमंत्री के पद पर काबिज मोहतरमा शेख हसीना को देश छोड़कर भागना पड़ा. लेकिन इसके बावजूद वहां की हालत गंभीर बनी हुई है. जिसके कारण वहां की आम अवाम अपने घर में रहकर भी छटपटाहट में जीवन गुजार रहे है. अपने मुल्क में ही इस तरह की खौफनाक मंजर देखने को मिल रहा है कि रुह कांप जा रहे हैं. जिसके कारण ही अपने घर द्वार छोड़कर पड़ोसी देश भारत में पनाह लेने के खातिर घुसपैठ करने पर उतारू हो गए हैं.
बिहार प्रदेश के पूर्वोत्तर में मुस्लिम बाहुल्य किशनगंज जिला है. यहां से महज 35 किलोमीटर की दूरी पर बांग्लादेश की सीमा लगती है. इसके बीच में पं बंगाल का हिस्सा है.
कल गुरुवार को किशनगंज सीमावर्ती क्षेत्र में बांग्लादेश के सैकड़ों लोगों ने भारत में घुसपैठ करने की कोशिश किया. लेकिन सीमा सुरक्षा बल और स्थानीय पुलिस के साथ -साथ स्थानीय ग्रामीणों ने इस घुसपैठ को नाकाम कर दिया. बांग्लादेश में सियासी संकट के बाद उत्पन्न हुए हिंसात्मक हालात से बिगड़ी हुई स्थिति को लेकर यहां के लोगों का पलायन जारी है. वहीं बिहार के सीमावर्ती क्षेत्रों के लोग भी मुस्तैद हैं और घुसपैठ रोकने के लिए सीमाओं पर अपने परिजनों के साथ डटे हुए हैं.
उपद्रव और हिंसा के भय से बड़े पैमाने पर बांग्लादेशी नागरिक अपने मुल्क छोड़ने की कोशिश में जुटे हुए हैं.ताकि उनकी जान बच सके.इसी क्रम में कल अहले सुबह से ही बिहार के किशनगंज से सटे पं बंगाल के इस्लामपुर थाना क्षेत्र से सटे बांग्लादेश की सीमा से सैकड़ों नागरिक घुसने की कोशिश करने लगे. लेकिन पहले से ही उस क्षेत्र में मुस्तैद सीमा सुरक्षा बल के जवान और ग्रामीणों ने ऐसा होने से रोक दिया. इस बीच बांग्लादेशी नागरिक अपनी जान बचाने के खातिर सीमा सुरक्षा बल एवं ग्रामीणों से भारत में शरण देने की मांग करने लगे . लेकिन बाद में बांग्लादेशी नागरिकों को सीमा पर जमा होने की सूचना के बाद सीमा सुरक्षा बल के कमांडेंट अजय शुक्ला और पं बंगाल के इस्लामपुर के पुलिस अधीक्षक जे बी थाॅमस सहित कई पुलिस अधिकारी मौके पर पहुंचकर हालात का जायजा लेने के साथ -साथ अधिकारियों ने बीजीबी के सहयोग से सभी नागरिकों को समझा बुझाकर उनके अपने मुल्क भेज दिया.
इस घटना के बाद सीमा सुरक्षा बल ने एक प्रेस विज्ञप्ति जारी कहा है कि नाॅर्थ बंगाल फ्रंटियर के अधिनस्थ दो बीओपी पर घुसपैठ की कोशिश की गई. जहां अधिकारियों और जवानों द्वारा समझा बुझाकर सभी को भेज दिया गया. सीमा सुरक्षा बल द्वारा बताया गया कि स्थिति को देखते हुए सभी बीओपी पर अतिरिक्त जवानों की तैनाती की गई है. साथ ही आपात स्थिति से निपटने के लिए चौबीस घंटों सख्त निगरानी का भी निर्देश इन इलाकों में दिए गए हैं.
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