पलपल संवाददाता, भोपाल. मध्यप्रदेश में भाजपा एक सितम्बर से सदस्यता अभियान चलाने जा रही है, जिसमें पार्टी ने डेढ़ करोड़ नए सदस्य बनाने का टारेगट रखा है. सदस्यता अभियान की तैयारियों को लेकर आज राजधानी भोपाल स्थित भाजपा कार्यालय में एक बैठक आयोजित की गई. जिसमें मुख्यमंत्री मोहन यादव ने कहा कि सदस्यता अभियान में काम करके दिखाने वालों को पद भी मिलेंगे.
बैठक को संबोधित करते हुए सीएम मोहन यादव ने आगे कहा कि प्रदेश की जनसंख्या का आधा वोट बैंक भाजपा का होना चाहिए. इस बार हारी हुई विधानसभा के गली-मोहल्लों व कॉलोनियों को टारगेट करना है. अभी बहुत सारी समितियां बनने वाली हैं. रोगी कल्याण समिति, जनभागीदारी समिति, एल्डरमैन ऐसे बहुत सारे काम सरकार के विभिन्न व्यवस्थाओं से जुड़कर अभी आने वाले हैं. अब अपने पास मौका है आप सदस्यता करके बताओ. आप आगे बढ़ो, हम आपके पीछे चलेंगे. चुने हुए जनप्रतिनिधियों को भी मौका मिल जाएगा. लोग बड़ी.बड़ी बातें करते हैं जो रसीद कट्टे दिए थे उनका क्या किया. उन्होने कहा कि इस बार विधानसभा चुनाव में 230 में से 165 सीट जीते. 16 सीटें ऐसी हैं जहां हमें काम करने की जरूरत है. हमें देखना है कि कौन सी कॉलोनी, मोहल्ले अछूते रह गए. जिस तरह एयरपोर्ट पर एस्केलेटर चलता है, एक कदम रखो तो वह खुद ही ऊपर ले जाता है. इसी तरह अपने काम को संगठन से एस्केलेटर की तरह जोड़ें. हम अपनी गति बढ़ाए तो खुद ही समाज की स्वीकार्यता बढ़ती जाएगी. त्योहारों पर हम समाज में आगे बढ़ेंगे तो फायदा मिलेगा. मंत्री, विधायक व सांसद सब मिलकर केवल सदस्यता का काम करेंगे. हम भी प्रवास के दौरान सिर्फ सदस्यता पर ही काम करेंगे. इसके अलावा कोई लक्ष्य नहीं है. अब अपने पास मौका है.
इस स्तर पर होगी कार्यशालाएं-
बैठक में भाजपा के राष्ट्रीय महामंत्री अरुण सिंह व प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा ने पत्रकारों से चर्चा करते हुए कहा कि भाजपा के संगठन पर्व की शुरुआत के साथ विभिन्न राज्यों में कार्यशालाएं शुरू हो गई हैं. प्रदेश की कार्यशाला के बाद पर जिला स्तर पर कार्यशालाएं होंगी, फिर मंडल की कार्यशालाएं होंगी. 31 अगस्त को सभी बूथों पर कार्यशालाएं होंगीं. इन कार्यशालाओं के बाद प्राथमिक सदस्यता शुरू होगी.
एमपी में अब कही नहीं दिख रही कांग्रेस-
बैठक के दौरान अरुण सिंह ने कहा कि एमपी में कार्यकर्ताओं की संख्या व ताकत देखें तो कांग्रेस कहीं दिखती नहीं. मध्यप्रदेश देश में अग्रणी भूमिका निभाने वाला राज्य है. 2014-2015 में सदस्यता के मामले में मध्यप्रदेश सबसे अग्रणी राज्य था. 2014-2015 में 96 लाख सदस्य बने थे. इस बार सदस्यता कराने के लिए 41 लाख कार्यकर्ताओं का एनरोलमेंट हुआ है. प्रदेश अध्यक्ष श्री शर्मा ने सदस्यता का टारगेट डेढ़ करोड़ रखा है. 41 लाख कार्यकर्ता विभिन्न पदों पर हैं जिनका सरल ऐप पर एनरोलमेंट हुआ है. वे इस लक्ष्य को पार करेंगे.
प्रत्येक जिले में बनाई जाएगी चार टीमें-
सदस्यता अभियान को लेकर हर जिले में 1़3 सदस्यता टोली बनेगी. जिलों में संयोजक के साथ 3 कार्यकर्ता मिलकर एक प्लस 3 टोली बनेगी. 11 हजार शक्ति केंद्रों के संयोजक इस सदस्यता अभियान के संयोजक होंगे. 31 अगस्त को मध्यप्रदेश के 64871 बूथों सहित देश के 10 लाख बूथों पर संगठन पर्व की कार्यशाला होगी. 22, 23 व 24 अगस्त को जिलों की कार्यशालाएं होंगी. 25 से 27 मंडल कार्यशालाएं होंगी. एक शक्ति केंद्र में 5-6 बूथ होते हैं ऐसे 11 हजार शक्ति केंद्रों की 31 अगस्त को बूथ कार्यशाला होगी.
Source : palpalindia ये भी पढ़ें :-गुरमीत सिंह संधावालिया बने मध्यप्रदेश उच्च न्यायालय के चीफ जस्टिस
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