सागर. मध्यप्रदेश के सागर में कंटेनर से 1600 आईफोन चोरी हो गए. इनकी कीमत 12 करोड़ रुपए बताई जा रही है. गाड़ी में लगे जीपीएस ट्रैकर से बचने के लिए आरोपियों ने कंटेनर का गेट काटा. ड्राइवर को बंधक बनाकर वारदात को अंजाम दिया. घटना 15 अगस्त की है. कंटेनर का ड्राइवर पुलिस के पास भी पहुंचा, लेकिन शिकायत दर्ज नहीं की गई.
स्थानीय पुलिस ने कुछ नहीं किया तो 30 अगस्त को शिकायत सागर रेंज ढ्ढत्र प्रमोद वर्मा के पास पहुंची. जिसके बाद उन्होंने बांदरी थाना प्रभारी, एक एएसआई को लाइन अटैच और हेड कॉन्स्टेबल को सस्पेंड कर दिया. पुलिस ने ट्रांसपोर्ट कंपनी, एप्पल कंपनी और सिक्योरिटी कंपनी के अधिकारियों को बुलाया है. आरोपियों की धरपकड़ के लिए पांच टीमें बनाई गई हैं. पुलिस को मेवाती गिरोह पर शक है.
12 अगस्त को कंटेनर चेन्नई से निकला था
दरअसल, 12 अगस्त को कंटेनर नंबर- UP14 PT 0103 चेन्नई स्थित आईफोन की मैन्युफैक्चरिंग यूनिट से 1600 आईफोन लेकर दिल्ली के लिए रवाना हुआ था. कंटेनर में ड्राइवर के साथ सिक्योरिटी गार्ड भी थे. 15 अगस्त को कंटेनर सागर के लखनादौन पहुंचा. यहां सिक्योरिटी गार्ड ने किसी अन्य व्यक्ति को सहयोगी बताकर गाड़ी में बैठाया और रवाना हो गए. नरसिंहपुर के पास ड्राइवर को नींद आने लगी. इस पर सिक्योरिटी गार्ड और अन्य शख्स ने गाड़ी सड़क किनारे पार्क कर सोने के लिए कह दिया. इसके बाद ड्राइवर ने लखनादौन-झांसी हाईवे पर बांदरी के पास सौरभ ढाबे के पास गाड़ी पार्क की और केबिन में सो गया.
सुबह जब वह जागा, तो उसके हाथ-पैर बंधे थे. सिक्योरिटी गार्ड साथी युवक के साथ गायब था. जैसे-तैसे उसने रस्सियां खोलीं. कंटेनर के पीछे देखा, तो गेट कटा हुआ था. अंदर सभी कार्टन फैले पड़े थे. आईफोन गायब थे. घबराकर वह फौरन बांदरी थाने पहुंचा. यहां पुलिस ने घटनास्थल लखनादौन बताकर उसे भगा दिया. वह लखनादौन थाने पहुंचा, तो यहां से भी उसे नरसिंहपुर जाने की बात कहकर भगा दिया गया. किसी भी थाने की पुलिस ने रिपोर्ट दर्ज नहीं की.
आईजी के पास शिकायत, स्टाफ की लापरवाही
इस बीच, गुरुवार को मामले की शिकायत आईजी प्रमोद वर्मा को मिली. रात में ही वे थाने पहुंचे. जानकारी ली, तो स्टाफ की लापरवाही सामने आई. इस पर शुक्रवार को उन्होंने बांदरी थाना प्रभारी भागचंद उईके, एएसआई राजेंद्र पांडेय को लाइन अटैच कर दिया. वहीं, हेड कॉन्स्टेबल राजेश पांडेय को सस्पेंड कर दिया.
शातिर तरीके से की गई वारदात
पुलिस का कहना है कि गाड़ी में जीपीएस ट्रैकर भी लगा है. लॉक भी ऐसा था कि अगर कोई उसे खोलने की कोशिश करता, तो कंपनी के पास मैसेज चला जाता. आरोपियों को इसके बारे में पता था. इस कारण आरोपियों ने कंटेनर का लॉक नहीं तोड़ा, बल्कि उसकी कुंडी काटकर खोला. एक-एक बॉक्स खोलकर उनमें रखे आईफोन निकाले हैं. इसके बाद किसी दूसरे वाहन से माल लेकर भागे हैं.
दिनभर साक्ष्य जुटाती रही पुलिस
आईजी ने बताया कि शुक्रवार को दिनभर पुलिस टीम साक्ष्य जुटाती रही. पता चला कि आरोपी कंटेनर में रखे करीब 1600 आईफोन फोन लेकर भागे हैं. इनकी कीमत करीब 12 करोड़ रुपए है. कंटेनर में खाली कार्टन मिले हैं. दो बॉक्स आईफोन से भरे मिले हैं. पुलिस के मुताबिक एक कार्टन में 10 बॉक्स रखे थे, जबकि एक बॉक्स में 10 आईफोन थे.
टोल नाकों पर सीसीटीवी फुटेज खंगाले
पुलिस ने लखनादौन-झांसी हाईवे पर बने टोल नाकों पर लगे सीसीटीवी के फुटेज खंगाले हैं. ऐपल कंपनी के अधिकारी, ट्रांसपोर्ट कंपनी, सुरक्षा गार्ड समेत अन्य लोगों से पूछताछ की है. साथ ही, उनके अधिकारियों को तलब किया है. पुलिस को वारदात में जानकार के शामिल होने का संदेह है. जांच के दौरान वारदात में मेवाती गिरोह के शामिल होने के सुराग मिले हैं. इनके आधार पर पुलिस की टीमें अलग-अलग जगह आरोपियों की धरपकड़ के लिए रवाना की गई हैं.
Source : palpalindia ये भी पढ़ें :-Chandrayaan-3: प्रज्ञान रोवर के डेटा से हुआ खुलासा, कभी चांद पर था मैग्मा महासागर
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