*नवरात्रि में दीपक जलाना पूजा का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है. ज्योतिष शास्त्र धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, दीपक जलाने से देवी दुर्गा प्रसन्न होती हैं घर में सुख-समृद्धि आती है.
*नवरात्रि में दीपक जलाने के लिए घी तेल दोनों का उपयोग किया जा सकता है, लेकिन धार्मिक दृष्टिकोण से घी को अधिक शुभ माना जाता है.घी में असंतृप्त वसा की मात्रा अधिक होती है, जो जलने पर सुगंधित धुआं पैदा करती है. यह धुआं वातावरण को शुद्ध करता है मन को शांत करता है. तेल में संतृप्त वसा की मात्रा अधिक होती है, जो जलने पर कम सुगंधित धुआं पैदा करती है.
*घी या तेल, कौन सा बेहतर?*
धार्मिक दृष्टिकोण से घी का दीपक जलाना अधिक शुभ माना जाता है.
*घी के दीपक जलाने के कुछ कारण*
*पवित्रता:-*
घी को देवी लक्ष्मी का प्रतीक माना जाता है, जो धन समृद्धि की देवी हैं. घी को पवित्र माना जाता है नवरात्रि एक पवित्र त्योहार है.
*समृद्धि:-*
घी का दीपक जलाने से धन समृद्धि प्राप्ति की आशा होती है.
*ध्यान:-*
घी का दीपक जलने में अधिक समय लेता है, जिससे पूजा के दौरान ध्यान केंद्रित करने में मदद मिलती है.
*तेल:-*
तेल का दीपक जलाना भी अनुचित नहीं है. तेल आसानी से उपलब्ध होता है सस्ता भी होता है.
*दीपक जलाने के नियम-*
दीपक साफ नया होना चाहिए. इसे पूर्व दिशा में रखें दीपक में कपूर लौंग डालकर इसे जलाएं.
*वैज्ञानिक दृष्टिकोण*
घी में असंतृप्त वसा की मात्रा अधिक होती है, जो जलने पर सुगंधित धुआं पैदा करती है. यह धुआं वातावरण को शुद्ध करता है मन को शांत करता है. तेल में संतृप्त वसा की मात्रा अधिक होती है, जो जलने पर कम सुगंधित धुआं पैदा करती है.
धार्मिक वैज्ञानिक दोनों दृष्टिकोणों से नवरात्रि में घी का दीपक जलाना अधिक बेहतर माना जाता है. धार्मिक मान्यता के अनुसार, घी का दीपक देवी दुर्गा को अधिक प्रिय होगा आपको पूजा का अधिक लाभ मिलेगा. वैज्ञानिक दृष्टिकोण से भी, घी का दीपक वातावरण को अधिक शुद्ध करेगा आपके मन को शांत करेगा, जिससे आपको पूजा में बेहतर ध्यान केंद्रित करने में मदद मिलेगी. यह एक सामान्य जानकारी है हर व्यक्ति की अपनी श्रद्धा विश्वास होता है.
Source : palpalindia ये भी पढ़ें :-