एमपी: जबलपुर में फर्जी खाते खुलवाकर लाखों रुपए का लेनदेन करने वाले गिरोह के 3 सदस्य गिरफ्तार, दिल्ली से होता था कारोबार

एमपी: जबलपुर में फर्जी खाते खुलवाकर लाखों रुपए का लेनदेन करने वाले गिरोह के 3 सदस्य गिरफ्तार

प्रेषित समय :17:16:54 PM / Fri, Mar 28th, 2025
Reporter : पलपल रिपोर्टर

पलपल संवाददाता, जबलपुर.एमपी के जबलपुर में फर्जी खाते खुलवाकर ऑन लाइन गेम व आईपीएल सट्टे के लिए लाखों रुपए के लेनदेन करने वाले गिरोह के तीन सदस्यों को जबलपुर जीआरपी ने गिरफ्तार किया है. पकड़े गए गिरोह के तीन सदस्यों में एक दिल्ली व दो जबलपुर के है. गिरोह के सदस्य जबलपुर, कटनी, नरसिंहपुर सहित अन्य जिलों के लोगों को शासकीय योजनाओं का लाभ दिलाने के नाम पर खाता खुलवाते फिर एटीएम व यूपीआई लेकर गायब हो जाते थे. अभी तक गिरोह के पास से 50 बैंक एकाउंट की जानकारी मिली है.

पुलिस अधिकारियों के अनुसार नरसिंहपुर के गोटेगांव में रहने वाले संजय चौधरी मजदूरी कर अपने परिवार के लिए दो वक्त की रोटी कमाते है. वे 26 जनवरी को वे ट्रेन से नरसिंहपुर जा रहे थे. इस दौरान उनकी मुलाकत शुभम शर्मा और एक अन्य शुभम लोधी से हुई. इस दौरान इन लोगों के बीच आपस में बातचीत हुई. बातचीत के दौरान शुभम ने संजय से चर्चा करते हुए कहा कि यदि बिना पैसे खर्च किए शासकीय योजनाओं का लाभ लेना चाहते हो तो बताओ, इसके लिए सिर्फ आधार कार्ड, पैन कार्ड व एक फोटो लगेगी. इसके लिए पहले बैंक खाता खुलवाना होगा. इसके बाद शासकीय कार्यालय में जाकर थोड़ी सी कागजी कार्यवाही करेगे. बैंक एकाउंट खोलने के कुछ ही दिन बाद सरकारी कार्यालय से 5 से 7 लाख रुपए तक की राशि बहुत ही कम ब्याज व सब्सिडी में मिल जाएगी.

संजय चौधरी भी शुभम की बातों में आ गया और खाता खुलवाने के लिए तैयार हो गया. 10 फरवरी को शुभम व उसका साथी आए और संजय को नरसिंहपुर के यूको बैंक में ले गया. यहां पूरे दस्तावेज के साथ संजय का खाता खुलवा दिया, फोटो खिचवांई, फिर यह कहते हुए बैंक पासबुक, एटीएम कार्ड ले लिया कि अधिकारी को यह दिखाना होगा. शुभम ने इसके बाद संजय चौधरी के आधार कार्ड से एक सिम भी खरीदी और अपने पास रख ली. संजय चौधरी ने जब बैंक में खाता खुलवाया तो वह एक सप्ताह तक लगातार शुभम शर्मा व शुभम चौधरी के संपर्क में रहे. इस दौरान उन्हें बार-बार बताया गया कि उनके दस्तावेज फाइनल हो चुके हैं और जल्द ही दिल्ली भेज दिए जाएंगे.

इसके बाद उन्हें जानकारी दी गई कि खाते में पैसे आने वाले हैं और किसी शासकीय कार्यालय से फोन आएगा. वक्त निकल गया लेकिन संजय के पास कोई फोन नहीं आया और न ही पासबुक मिली. 24 फरवरी को उन्हें बैंक से आए कॉल से पता चला कि संजय के खाते से प्रतिदिन  लाखों रुपए का लेन.देन हो रहा है. यह सुनकर संजय घबरा गए और 1 मार्च को नरसिंहपुर जीआरपी में शिकायत दर्ज करवाई. चूंकि यह मामला मदनमहल का था, इसलिए 2 मार्च को इसे जबलपुर ट्रांस्फर कर दिया गया. 6 मार्च को जीआरपी पुलिस ने नरसिंहपुर के गोटेगांव से शुभम शर्मा और शुभम लोधी को गिरफ्तार किया. पूछताछ में खुलासा हुआ कि ये दोनों दिल्ली के एक व्यक्ति सनी अरोरा के लिए काम कर रहते हैं. जांच के दौरान यह भी सामने आया कि जबलपुर में ऐसे कई लोग हैं जो बैंक खाते खुलवाकर कोरियर के माध्यम से दिल्ली भेजते थे.

राजधानी दिल्ली से संचालित होता है गिरोह-

पुलिस को पूछताछ में आरोपी शुभम शर्मा ने पूछताछ के दौरान बताया कि इस पूरे गिरोह का मास्टरमाइंड दिल्ली निवासी संजीव उर्फ सनी अरोरा है. जो तिलक नगर में रहता है. इसके बाद 23 मार्च को पुलिस की एक टीम दिल्ली पहुंची और सनी अरोरा को उसके ऑफिस से गिरफ्तार किया. पूछताछ में सनी ने खुलासा किया कि उसका गिरोह केवल मध्य प्रदेश ही नहीं बल्कि उत्तर प्रदेश, बिहार व महाराष्ट्र में भी सक्रिय है. यह गिरोह जरूरतमंद युवाओं को काम पर लगाकर उन लोगों को निशाना बनाता था जो कम पढ़े-लिखे होते या उम्रदराज होते. उन्हें सरकारी योजनाओं का लाभ दिलाने का झांसा देकर उनके नाम पर बैंक खाते खुलवाते है. फिर इन खातों की पासबुक, एटीएम कार्ड व यूपीआई से लिंक किए गए सिम कार्ड को कोरियर के माध्यम से दिल्ली मंगवा लिया जाता था.

जबलपुर में सक्रिय है गिरोह के सदस्य-

पुलिस को आरोपी सनी ने बताया कि उसके साथी दिल्ली व जबलपुर में सबसे ज्यादा सक्रिय है. जीआरपी ने अभी ऋ षि कपूर निवासी बेदी नगर, जबलपुर व  लखन सिंह ठाकुर निवासी लालमाटी सहित पांच लोगों को गिरफ्तार किया है. पुलिस ने इनके पास से मोबाइल फोन, एटीएम कार्ड, बैंक पासबुक व सिम कार्ड जब्त किए हैं. जीआरपी पुलिस का कहना है कि सनी अरोरा की कोर्ट से रिमांड लेकर आगे की पूछताछ की जाएगी. इससे गिरोह के अन्य सदस्यए जो मध्य प्रदेश और अन्य राज्यों में फैले हुए हैंए भी जल्द ही गिरफ्त में आ सकते हैं.

लाखों रुपए का ट्रांजेक्शन हुआ है-

पुलिस को पूछताछ में अभी तक 50 बैंक अकाउंट की जानकारी मिली है. इसके अलावा आरोपियों से 12 एटीएम कार्ड, 5 मोबाइल सिम, 3 बैंक पासबुक सहित अब तक करीब 15 लाख के ट्रांजैक्शन की जानकारी मिली है. 
 

Source : palpalindia ये भी पढ़ें :-