रेलवे बोर्ड की प्रथम स्थाई वार्ता तंत्र की बैठक में हुए कई महत्वपूर्ण निर्णय, WCR के अनेक मामले प्रमुखता से उठे

रेलवे बोर्ड की प्रथम स्थाई वार्ता तंत्र की बैठक में हुए कई महत्वपूर्ण निर्णय,

प्रेषित समय :18:59:09 PM / Wed, Apr 16th, 2025
Reporter : पलपल रिपोर्टर

कोटा. ऑल इंडिया रेलवेमैन्स फेडरेशन (एआईआरएफ) की रेलवे बोर्ड के साथ हुई प्रथम स्थाई वार्ता तंत्र की बैठक चेयरमैन एवं चीफ एक्जीक्यूटिव ऑफिसर रेलवे बोर्ड श्री सतीश कुमार की अध्यक्षता में प्रथम दिन की बैठक सम्पन्न हुई. जिसमें एआईआरएफ के सहायक महामंत्री कॉमरेड मुकेश गालव एवं जोनल सेक्रेट्री सुश्री चम्पा वर्मा ने भाग लिया. बोर्ड के साथ पीएनएम में का. मुकेश गालव ने पश्चिम मध्य रेलवे के अनेक मामलों को प्रमुखता से उठाया, जिसके बाद पमरे के केंद्रीय चिकित्सालय में 6 अतिरिक्त डाक्टर्स उपलब्ध कराने पर सहमति बनी.

वेस्ट सेन्ट्रल रेलवे एम्पलाईज यूनियन (डबलूसीआरईयू) के कोषाध्यक्ष एवं एआईआरएफ के कार्यकारिणी सदस्य कॉमरेड इरशाद खान ने बताया कि एआईआरएफ की रेलवे बोर्ड के साथ हुई प्रथम स्थाई वार्ता तंत्र की बैठक में पश्चिम मध्य रेलवे में कार्यरत रेल कर्मचारियों की समस्याओं को कॉमरेड मुकेश गालव ने जोरदार तरीके से उठाया.

पमरे के इन मुद्दों को का. गालव ने जोरदार ढंग से उठाया

 जिसमें पश्चिम मध्य रेलवे में कार्यरत ट्रेन मैनेजर (रेलवे गार्ड) की एनुअल कैडर रिव्यू की पोस्ट क्रिएशन 50:50 के रेशो में होती है लेकिन पश्चिम मध्य रेलवे का प्रशासन 50:50 के रेशो में नहीं करता है, श्री गालव ने रेलवे बोर्ड के समक्ष मुद्दा उठाया कि ग्रेड पे 2800 के लिये 50 प्रतिशत तथा ग्रेड पे 4200 के लिये 50 प्रतिशत पद सृजित होने चाहिये. इस पर रेलवे बोर्ड ने बताया कि शीघ्र ही पश्चिम मध्य रेलवे के प्रशासन को पत्र के माध्यम सूचित कर लागू करवाया जायेगा. इसी प्रकार इंजीनियरिंग विभाग में कार्यरत की-मैनों को कार्य के दौरान आने वाली समस्याओं पर विस्तार से चर्चा की गई जिस पर रेलवे बोर्ड ने केस स्टडी तैयार कर शीघ्र ही लागू किया जायेगा. जिसमें की-मैन हेतु स्पेशल अलाउंस, कार्य के दौरान काम आने वाले औजारों के वजन में कमी, कीमैनों को मूल कार्य के अलावा अलग कार्य ना करवाना, की-मैनों के रोस्टर से संबंधित मुद्दों को शामिल किया जायेगा.

इसी प्रकार सिग्नल एवं टेलीकॉम विभाग में कार्यरत ईएसएम के रोस्टर, उनकी कार्य की दशा, 08 घंटे की ड्यूटी के पश्चात अधिक कार्य पर अलाउंस पर चर्चा हुई जिस पर रेलवे बोर्ड ने सहमति प्रदान करने का आश्वासन दिया है. इसी प्रकार श्री गालव ने रेलवे बोर्ड के समक्ष मुद्दा उठाया कि रेल कर्मचारियों को मिलने वाले फेमिली सुविधा पास अलग अलग जारी होने चाहिये.

कैडर रिस्ट्रक्चरिंग 8वें वेतन आयोग से पहले लागू हो : का. मुकेश गालव

श्री गालव ने रेलवे बोर्ड के समक्ष पुरजोर तरीके से मांग उठाई की कैडर रिस्ट्रक्चरिंग 8वें केन्द्रीय वेतन आयोग से पहले लागू होना चाहिये. इंजीनियरिंग विभाग में कार्यरत ट्रैकमेन्टेनर का विभाग परिवर्तन पर चर्चा हुई जिस पर रेलवे बोर्ड ने गंभीरता से इस पर विचार करने की बात कही. साथ ही ट्रेकमेन्टेनर्स को गर्मी के मौसम के रोस्टर में परिवर्तन की बात कही जिसमें ड्यूटी रोस्टर का पुनर्निर्धारण कर डयूटी के घंटों का समय लगातार करने को कहा. जिस पर रेलवे बोर्ड ने इस मुद्दे को एक्सपर्ट कमेटी से एक्जामिन कर शीघ्र ही निर्णय लेने की बात कही. इसी प्रकार रनिंग स्टाफ के कार्य प्रकृति हेतु रेलवे बोर्ड द्वारा जारी मल्टी डिसीप्लिनरी कमेटी की रिपोर्ट को एआईआरएफ ने अमानवीय तथा रनिंग स्टाफ के विरोध के कारण इसको तुरन्त प्रभाव से रद्द करने को कहा है.

इसी प्रकार सभी विभागों में कार्यरत रेल कर्मचारी के प्रत्येक सदस्य के लिये अलग अलग पास जारी होने चाहिये. जिस पर रेलवे बोर्ड ने विचार करने का आश्वासन दिया. इसी प्रकार पश्चिम मध्य रेलवे के केन्द्रिय चिकित्सालय जबलपुर के लिये 6 अतिरिक्त डॉक्टर के लिये सहमति बन गई है.

Source : palpalindia ये भी पढ़ें :-