पलपल संवाददाता, जबलपुर। मध्यप्रदेश के जबलपुर में कोरोना संक्रमण से डर व दहशत का माहौल इस तरह बन गया है कि पड़ोस में कोई घटना हो जाए तो लोग अपने घरों के खिड़की, दरवाजे तक बंद कर रहे है, ऐसा ही एक मामला रांझी क्षेत्र में देखने को मिला है, जहां पर कोरोना से महिला की मौत के आसपास के लोगों ने अपने घरों के खिड़की, दरवाजे बंद कर लिए, दोपहर तक बेटी अपनी मां के अंतिम संस्कार के लिए इधर से उधर मदद के लिए गुहार लगाती रही, इस बीच कुछ युवा आगे आए और महिला के शव को कंधा देकर शमशान तक पहुंचाया, जहां पर बेटी ने अपनी मां का अंतिम संस्कार किया।
बताया गया है कि नई बस्ती रांझी निवासी गीता रामटेके उम्र 70 वर्ष की तबियत खराब होने के कारण बेटी ललिता ने जिला अस्पताल पहुंचाया, जहां पर डाक्टरों ने कोरोना सेम्पल लेकर भरती कर लिया, दूसरे दिन छुट्टी दे दी, महिला को घर लेकर आए जहां पर कुछ देर बाद ही मौत हो गई। महिला की मौत की खबर मिलते ही आसपास रहने वाले लोगों ने मदद करने के बजाय अपने घरों के खिड़की, दरवाजे बंद कर लिए, इधर बेटी मां के अंतिम संस्कार के लिए इधर से उधर भटकती रही, स्वयंसेवी संस्थाओं को फोन किया, दोपहर तक जब कोई मदद नहीं मिली तो वह मां के शव के पास ही बैठ गई, शाम को क्षेत्र के कुछ युवकों ने महिला की मदद की और पीपीई किट पहनकर महिला के शव को कंधा लगाया, लोडिंग गाड़ी से शमशान तक पहुंचाया, जहां पर महिला का अंतिम संस्कार किया गया, बेटी ललिता ने अपनी मां को मुखाग्रि दी।
Source : palpalindia ये भी पढ़ें :-जबलपुर में थोड़ी सी राहत, 585 ने जीती कोरोना से जंग
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