पलपल संवाददाता, जबलपुर. मध्यप्रदेश के जबलपुर के दमोहनाका क्षेत्र में हत्या के बाद खुलेआम चाकू चमकाते हुए लोगों को धमका रहे आरोपियों को डायल 100 के प्रधान आरक्षक ने ड्राइवर की मदद से तत्काल पकड़कर गोहलपुर थाना के हवाले किया. कोतवाली थानाक्षेत्र में हुए हत्याकांड से शहर में सनसनी व्याप्त रही. एसपी ने इस मामले में प्रधान आरक्षक व चालक को सम्मानित किए जाने की घोषणा की है. घटना के बाद आज खाई मोहल्ला क्षेत्र में तनाव का माहौल रहा, जिसके देखते पुलिस बल तैनात किया गया.
बताया जाता है कि डायल 100 वाहन में तैनात पुलिस कर्मी को खबर मिली कि दमोहनाका के पास लूट हो गई है, जिसपर पुलिस कर्मी तत्काल पहुंच गया, देखा तो एक बाईक सवार दम्पति गिरे पड़े रहे, जिन्होने कहा कि कोई लूट नहीं हुई है एक्सीडेंट हो गया है. इसके बाद वे आगे बढ़े तो देखा कि चौराहा पर दो युवक खून लगा हुआ चाकू चमकाते हुए लोगों को धमका रहे है, जिसपर पुलिस कर्मी ने हिम्मत दिखाई और ड्राइवर की मदद से आरोपी के हाथ में डंडा मारकर चाकू गिरा दिया, इसके बाद दोनों को पकड़ लिया. तभी एक युवक आया और उसने पुलिस कर्मियों को जानकारी दी कि इन दोनों ने हत्या की वारदात को अंजाम दिया है, इतना सुनते हुए पुलिस कर्मियों ने दोनों को वाहन में बिठाया और तत्काल गोहलपुर थाना लेकर पहुंच गए, जहां पर पुलिस के हवाले करते बताया कि दोनों ने हत्या की है. कुछ देर बाद ही पता चला कि दोनों युवक दुर्गा चौक हनुमानताल निवासी बाबा उर्फ मनोज सोनकर व आनंद सोनकर है, जिन्होने पुरानी रंजिश के चलते खाई मोहल्ला हनुमानताल निवासी बिट्टू उर्फ विकास मराठा व बंटी मराठा पर चाकुओं से हमला किया है, जिसमें बिट्टू मराठा की मौत हो गई, वहीं बंटी के शरीर पर भी गंभीर चोटें आई है.
घटना के बाद कोतवाली पुलिस हमेशा की तरह देर से पहुंची, वहां पर भीड़ के अलावा और कुछ नहीं मिला. एसपी सिद्धार्थ बहुगुणा ने इस मामले में डायल 100 में तैनात प्रधान आरक्षक रविशंकर शुक्ला व चालक सुभाष को पुरस्कृत करने की घोषणा की है. आज सोमवार को विकास मराठा का पीएम कराने के बाद शव परिजनों के सुपुर्द किया गया, घटना को लेकर खाई मोहल्ला क्षेत्र में भी तनाव का माहौल व्याप्त रहा, जिसके चलते पुलिस बल तैनात किया गया है, यहां तक कि अंतिम संस्कार के वक्त भी पुलिस मौजूद रही.
कोतवाली पुलिस, थाना के सामने चेकिंग करने से नहीं रुकेगें अपराध-
इस घटनाक्रम के बाद एक बार फिर कोतवाली थाना पुलिस की कार्यवाही सवालों के घेरे में आ गई है, थाना के जिम्मेदार अधिकारी अपराधों व अपराधियों पर लगाम कसने के बजाय क्षेत्र में व्यापारियों पर रौब दिखाना ज्यादा पसंद करते है, रात को थाना के सामने बैरीकेट लगाकर चेकिंग करना जैसे शौक बन गया है. चाय पान की दुकानों पर लोगों को धमकाने से अपराध नहीं रुकने वाला है. यह कोई पहली घटना नहीं है, इसके पहले चेरीताल क्षेत्र में दिन दहाड़े गोलियां चलाई गई, इसके बाद दमोहनाका क्षेत्र में हत्या की वारदात से सारी हकीकत सामने ला रही, थाना के जिम्मेदार अधिकारी का चर्चाओं में बने रहने के शौक के चलते अपराध बढ़ते ही जा रहे है, अपराधियों को पकड़कर भी चर्चाओं में रहा जा सकता है. खैर यह तो पुलिस के आला अधिकारी ही जाने कि थानाक्षेत्र के अपराध कैसे रुके.
Source : palpalindia ये भी पढ़ें :-जबलपुर में डिवाइडर से टकराई कार के परखच्चे उड़े, एक की मौत, एक गंभीर
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