मोदीजी! बताइए? आपके कितने मंत्री, सांसद, गौ-हत्या और गौ-मांस पर कानूनी प्रतिबंध लगाना चाहते हैं....

मोदीजी! बताइए? आपके कितने मंत्री, सांसद, गौ-हत्या और गौ-मांस पर कानूनी प्रतिबंध लगाना चाहते हैं....

प्रेषित समय :07:03:07 AM / Thu, Sep 9th, 2021

प्रदीप द्विवेदी ( @PalpalIndia ). जब से इलाहाबाद हाईकोर्ट ने वैदिक, पौराणिक, सांस्कृतिक महत्व और सामाजिक उपयोगिता को देखते हुए गाय को राष्ट्रीय पशु घोषित करने का सुझाव दिया है, बयानों की बाढ़ आ गई है, लेकिन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी मौन साधे हैं?

गौ-हत्या और गौ-मांस का जब भी जिक्र होता है, तो इसे लेकर जनसंघ के जमाने का संघर्ष चर्चाओं में आ ही जाता है, लेकिन जनसंघ की सबसे पुरानी और सबसे महत्वपूर्ण मांग से नरेंद्र मोदी सरकार ने किनारा कर लिया है, वजह? केंद्र की सत्ता!

इसीलिए बड़ा सवाल यही है कि नरेंद्र मोदी सरकार के कितने मंत्री, सांसद, गौ-हत्या और गौ-मांस पर कानूनी प्रतिबंध लगा कर गाय को राष्ट्रीय पशु घोषित करना चाहते हैं?

अलबत्ता, यूपी की योगी सरकार ने जरूर गौ-रक्षा के लिए सख्त कदम उठाए हैं, परन्तु जब तक केंद्र के स्तर पर कोई सख्त कानून नहीं बनेगा तब तक गाय को राष्ट्रीय पशु घोषित करने की सलाह केवल खबरों में ही रहेगी, नेताओं के बयानों तक ही रहेगी!

दिलचस्प बात यह है कि गाय को राष्ट्रीय पशु घोषित करने की सलाह आते ही कई खबरें फिर से चर्चाओं में आ गईं, जहां द्वारका-शारदा पीठ के प्रमुख शंकराचार्य स्वामी स्वरूपानंद सरस्वती का यह कहना कि भारत दुनिया में गौ-मांस का सबसे बड़ा निर्यातक देश है, यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि जिस देश में गाय को पूजा जाता है, उस देश की सरकार इसका मांस बेचकर विदेशी मुद्रा कमाने में व्यस्त है, चर्चा में रहा, तो अमित शाह का कहना कि गौ-मांस पर देश भर में प्रतिबंध नहीं (जी न्यूज, 2015) पर भी चर्चाएं होने लगी.

याद रहे, केंद्रीय मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी का तब का बयान कि ‘गौ-मांस खाने की इच्छा रखने वाले पाकिस्तान जा सकते हैं’ पर सवाल को अमित शाह ने यह कहते हुए टाल दिया था कि यह उनकी निजी राय है!

उस खबर में तत्कालीन भाजपा अध्यक्ष अमित शाह का कहना था कि ‘जहां भी भाजपा सरकार है, हम गौ-मांस पर प्रतिबंध लगाने से पहले लोगों की संवेदनाओं पर विचार करेंगे. हमने नहीं कहा कि हम पूरे देश में गौ-मांस पर प्रतिबंध लगायेंगे.

जाहिर है, गाय को राष्ट्रीय पशु घोषित करना इतना आसान नहीं है?

भारत कृषि प्रधान देश है, जहां दूध देने वाले पशुओं की पूजा होती है, लिहाजा दूध देने वाले तमाम पशुओं की सुरक्षा के लिए सख्त कानून बनाने के साथ-साथ गौ-मांस निर्यात पर भी प्रतिबंध लगना चाहिए!

मोदीजी, कारोबारी मित्रों के फायदे के लिए तो कई कानून बना दिए हैं, एक कानून गौमाता के लिए भी बना दें, मित्रों की मेहरबानी से यह लोक तो संवर गया है, गौमाता परलोक सुधार देंगी?

https://zeenews.india.com/hindi/india/amit-shah-rules-out-nationwide-ban-on-beef/258900

https://hindi.webdunia.com/national-hindi-news/india-largest-exporter-of-cowmeat-in-the-world-swaroopanand-116090300005_1.html

Source : palpalindia ये भी पढ़ें :-

दिल्ली विधानसभा में मिली गुप्त सुरंग, जमीन के अंदर से जाती है लाल किले तक

दिल्ली को पांच दिन बाद मिली झमाझम बारिश से राहत, बिहार में कई नदियों का जलस्तर बढ़ा

दिल्ली भारी बारिश से बेहाल, ऑरेंज अलर्ट जारी, टूटा 19 साल का रिकॉर्ड

अब ट्रेनों में नहीं फैल पाएगा कोरोना, फ्लाइट्स की तरह यूवीसी रोबोट तकनीक से कोच भी होंगे डिस्इंफेक्टेड, दिल्ली मंडल में हुई नई शुरूआत

नई दिल्ली रेलवे स्टेशन की वीआईपी पार्किंग में मिले 11 जिंदा कारतूस, पुलिस कर रही है जांच

दिल्ली में 1 सितंबर से खुलेंगे 9वीं से 12वीं क्लास के लिए स्कूल, कॉलेज, यूनिवर्सिटी, कोचिंग इंस्टिट्यूट

दिल्ली-एनसीआर समेत देश भर में बढ़े सीएनजी-पीएनजी के दाम

रूढ़ियों और बेड़ियों को तोड़ने वाली बहन सत्यवती, दिल्ली की पहली महिला सत्याग्रही

दिल्ली पहुंचे छत्तीसगढ़ के 50 कांग्रेसी विधायक बदलाव के पक्ष में नहीं, थोड़ी देर में राहुल गांधी से मिलेंगे भूपेश बघेल

Leave a Reply