नजरिया. चुनाव रणनीतिकार प्रशांत किशोर के कांग्रेस जाने की संभावनाएं लंबे समय से व्यक्त की जा रही थी, लेकिन अब पीके और कांग्रेस की राजनीतिक राहें अलग हो गई हैं!
खबरों की मानें तो कांग्रेस और स्वयं पीके ने ही ऐलान कर दिया कि- दोनों साथ नहीं आ रहे हैं?
ऐसा क्यों हुआ? और.... कैसे हुआ?
इनके सही जवाब मिलना तो बेहद मुश्किल है, लेकिन राजनीतिक जानकारों की मानें तो कुछ ऐसे कारण रहे कि.... पीके की बात बनी नहीं?
एक- पीके कांग्रेस अध्यक्ष पद से गांधी परिवार को मुक्त करना चाहते थे, जबकि अनेक कांग्रेस नेताओं का मानना था कि कांग्रेस अध्यक्ष बदलते ही कांग्रेस बिखरनी शुरू हो जाएगी!
दो- क्या पीके पर कांग्रेस भरोसा नहीं कर पा रही थी? शायद हां, कांग्रेस चाहती थी कि पीके कांग्रेस में रहकर केवल कांग्रेस के लिए काम करें, जबकि वे और दलों के साथ भी काम करने की तैयारी में थे?
तीन- कांग्रेस के कई बड़े नेता पीके कोे लेकर असहज महसूस कर रहें थे?
चार- पीके बड़े पैमाने पर जैसे बदलाव के सुझाव दे रहे थे, उसमें बगावत का बड़ा सियासी खतरा था?
पांच- पीके प्रभावी पद के साथ-साथ खुली छूट भी चाह रहे थे? जो संभव नहीं था?
खबरों की मानें तो बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के कहा था कि- अमित शाह के कहने पर पीके को जेडीयू उपाध्यक्ष बनाया गया था?
सियासी सयानों का मानना है कि संपूर्ण विचार-विमर्श के बाद भी कांग्रेस को पीके की राजनीतिक स्थिरता और विश्वसनीयता के सवालों के जवाब शायद नहीं मिले, लिहाजा दोनों की राहें जुदा हो गई?
पल-पल इंडिया ने बहुत पहले कहा था, जो प्रशांत किशोर के प्रेजेंटेशन में सामने आया है! पीके को भी कांग्रेस की जरूरत है, क्योंकि....
https://twitter.com/PalpalIndia/status/1516085020166791174
https://palpalindia.com/2022/04/18/politics-Pal-Pal-India-Prashant-Kishor-Presentation-PK-Congress-Media-Political-Analysis-news-in-hindi.html
अभिमनोजः पीके जानते-पहचानते हैं कांग्रेस की सियासी ताकत! इसीलिए....
https://twitter.com/PalpalIndia/status/1516455429114527748
https://palpalindia.com/2022/04/19/delhi-Strategist-Prashant-Kishor-PK-Know-Congress-Political-Management-Lok-Sabha-Elections-2024-Rahul-Gandhi-Priyanka-Gandhi-news-in-hindi.htm
अभिमनोजः छोटे दल की बड़ी सलाह- एनडीए में हो सकती है खराब स्थिति, उससे पहले बना लें समन्वय समिति?
अभिमनोजः बिजली गुल! पर.... मामाजी ठंडा-ठंडा, कूल-कूल, काहे?
अभिमनोजः कुमार-केजरीवाल विवाद! पिच्चर अभी बाकी है? समय की आहटें सुनिए और निश्चित रहिए....
अभिमनोजः पीके जानते-पहचानते हैं कांग्रेस की सियासी ताकत! इसीलिए....
अभिमनोजः पीएम मोदी का पॉलिटिकल मेकअप उतरने लगा, तो पार्टी में विरोधी विचार भी उभरने लगे?
Leave a Reply