उद्धव ठाकरे.... राज्यपाल ने महाराष्ट्र में हर चीज का आनंद लिया, अब कोल्हापुरी चप्पलें भी देखें?

उद्धव ठाकरे.... राज्यपाल ने महाराष्ट्र में हर चीज का आनंद लिया, अब कोल्हापुरी चप्पलें भी देखें?

प्रेषित समय :22:14:29 PM / Mon, Aug 1st, 2022

प्रदीप द्विवेदी. राज्यपाल पद की प्रतिष्ठा पर पानी फेरने का काम अनेक राज्यपालों ने किया है, लेकिन लगता है.... महाराष्ट्र के राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी इसे बुलंदियों पर ले जाना चाहते हैं?
वैसे, मोदीनीति के जानकारों का मानना है कि ऐसा करके कोश्यारी अपनी सियासी पदोन्नति के लिए नए आयाम स्थापित कर रहे हैं?  
खबरों की मानें तो.... महाराष्ट्र के राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी ने मुंबई के एक कार्यक्रम में कहा था कि.... अगर महाराष्ट्र से, खासकर मुंबई और ठाणे से गुजरातियों और राजस्थानियों को हटा दिया जाता है, तो यहां कोई पैसा नहीं बचेगा और मुंबई आर्थिक राजधानी नहीं कहलाएगी!
ऐसा कह कर उन्होंने मराठियों का ही नहीं, पंजाबियों, दक्षिण भारतीयों का भी अपमान किया है?
याद रहे, मुंबई को आर्थिक राजधानी बनाने में गुजरातियों, राजस्थानियों के साथ-साथ पूरे भारत के विभिन्न राज्यों के लोगों का भी महत्वपूर्ण योगदान हैं!
लिहाजा, महाराष्ट्र के राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी को इस तरह का बयान नहीं देना चाहिए था और.... यही वजह है कि महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी के बयान पर करारा जवाब देते हुए कहा कि- राज्यपाल ने महाराष्ट्र में हर चीज का आनंद लिया है, अब समय आ गया है कि वो कोल्हापुरी चप्पलें भी देखें?
यही नहीं, उन्होंने यह भी कहा कि पिछले दो-तीन साल में राज्यपाल के जो बयान हैं, उन्हें देखकर ऐसा लगता है कि महाराष्ट्र के नसीब में ऐसे लोग क्यों आते हैं?
खबरों की मानें तो उद्धव ठाकरे ने कहा कि- सावित्रीबाई फुले पर भी इन्होंने बहुत ही अजीब और हीन प्रकार की टिप्पणी की थी और आज महाराष्ट्र में रहते हुए भी, मतलब महाराष्ट्र में पिछले तीन वर्षों से हैं, सब कुछ निपटा लिया है, मान मर्यादा पहले ही सब तोड़ चुके हैं, अब महाराष्ट्र में ही मराठी आदमी का अपमान किया.
मुझे लगता है, कि महाराष्ट्र के संस्कार हैं, परम्पराएं हैं, महाराष्ट्र में बहुत सी चीजें हैं, महाराष्ट्र में सुंदर गुफाएं हैं, पहाड हैं, शिवराय गडकिले हैं, महाराष्ट्र की पैठणी हैं, महाराष्ट्र के कुछ पकवान हैं, ये सभी उन्होंने पिछले दो ढाई साल से देखें ही होंगे, सब अच्छी चीजें देखी होंगी, लेकिन कोल्हापुर का जोड़ा नहीं देखा होगा, कोल्हापुर का वाहन भी उन्हें किसी को दिखाना चाहिए, क्योंकि कोल्हापुर का वाहन भी महाराष्ट्र का वैभव है?
अब इसका अर्थ कौन कैसे निकाले ये उस व्यक्ति पर निर्भर है, लेकिन कोल्हापुरी वाहन, कोल्हापुरी जोड़े दुनियाभर में प्रसिद्ध हैं, इसलिए ये भी उन्हें दिखाने का समय आ चुका है, महाराष्ट्र में लोग किस संघर्ष से उबरे हैं, ये दिखाने के लिए मैंने कोल्हापुरी चप्पल का उल्लेख किया है?
खबर है कि इसी संदर्भ में शिवसेना नेता संजय राउत ने भी शब्दबाण चलाए कि- बीजेपी मुंह में नमक डालकर बैठी, शिंदे ने भी कुछ नहीं बोला, मेरा पहला सवाल यह है कि राज्यपाल के लिए महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे और उनके 40 लोग क्या रुख अपनाएंगे, जिन्होंने मराठी का अपमान किया? क्या हिंदुत्व का अपमान नहीं है? अभी तक राज्य के मुख्यमंत्री ने राज्यपाल के खिलाफ बयान नहीं दिया है, जबकि राज्यपाल के बयान का महाराष्ट्र ने विरोध किया है!

बड़ा सवाल यह है कि.... क्या शिव सैनिक इतने नादान है कि बागियों के कंधे पर बंदूक रख कर जो बीजेपी, शिवसेना को खत्म करना चाहती है, उसे देख नहीं पा रहे हैं?
Jairam Ramesh @Jairam_Ramesh
इनका नाम 'कोश्यारी' है, लेकिन एक गवर्नर के तौर पर जो बोलते हैं और करते हैं उसमें थोड़ी भी 'होशियारी' नहीं होती, ये कुर्सी पर सिर्फ इसलिए बैठे हैं क्योंकि 'हम दो' के आदेश का निष्ठा पूर्वक पालन करते हैं....
https://twitter.com/i/status/1553238583686733825
इस वक्त मोदी टीम दो मोर्चों पर सक्रिय है....
एक- उद्धव ठाकरे को कमजोर करके साथ रखना, ताकि वे फिर से ताकतवर नहीं हो जाएं? और.... अगले चुनाव में बीजेपी को हिन्दू वोटों का नुकसान नहीं पहुंचाएं?
दो- शिवसेना के सबसे आक्रामक सेनापति संजय राउत को उद्धव ठाकरे से दूर करके शिवसेना से बाहर करवाना?
सियासी सयानों का मानना है कि इस वक्त उद्धव ठाकरे, पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी की तरह ही भितरघात के शिकार हैं, ज्यादा-से-ज्यादा क्या होगा?
इंदिरा गांधी की तरह उद्धव ठाकरे के पास चुनाव चिन्ह नहीं रहेगा, पार्टी का नाम नहीं रहेगा, लेकिन बाला साहेब ठाकरे का नाम उनसे कौन छिन पाएगा?
कोई नहीं! 
https://twitter.com/PalpalIndia/status/1549780623832690688
इससे पहले की जनता सम्मान-रेखा लांघे, सुप्रीम कोर्ट विभिन्न अदालतों के फैसलों की समीक्षा करे?

अभिमनोजः ठाकरे बोले.... उच्चतम न्यायालय का फैसला भारतीय लोकतंत्र का भविष्य तय करेगा?
https://twitter.com/PalpalIndia/status/1545443153314193409
https://www.palpalindia.com/2022/07/08/Maharashtra-Shiv-Sena-Uddhav-Thackeray-Supreme-Court-verdict-decide--future-of-Indian-democracy-news-in-hindi.html
जब तक शिवसेना महाराष्ट्र से बाहर नहीं आएगी, तब तक बीजेपी बैकफुट पर नहीं जाएगी?
https://twitter.com/PalpalIndia/status/1544148685977956352
https://palpalindia.com/2022/07/05/Maharashtra-Shivsena-Political-Analysis-Hindutva-Balasaheb-Thackeray-BJP-news-in-hindi.html
अभिमनोजः महाराष्ट्र में मध्यावधि चुनाव! शरद पवार के दावे में कितना दम है?
https://twitter.com/PalpalIndia/status/1544510192221843456
https://palpalindia.com/2022/07/06/Abhimanoj-Maharashtra-NCP-Sharad-Pawar-Mid-Term-Election-Shiv-Sena-Eknath-Shinde-Chief-Minister-news-in-hindi.html
गैरों पे करम, अपनों पे सितम, क्यों? एकनाथ शिंदे पर एहसान नहीं किया है, बीजेपी ने उन्हें सियासी ढाल बनाया है!  
https://twitter.com/PalpalIndia/status/1542696398126469121
https://palpalindia.com/2022/07/01/Maharashtra-Assembly-Shivsena-Eknath-Shinde-Chief-Minister-BJP-Devendra-Fadnavis-Deputy-CM-Political-news-in-hindi.html
पलपल इंडिया ने पहले ही कहा था- बीजेपी को सत्ता नहीं चाहिए! ठाकरे परिवार का एकाधिकार तोडना है?  
https://twitter.com/PalpalIndia/status/1542507612096237568
https://palpalindia.com/2022/06/30/maharashtra-fadnavis-CM-eknath-shinde-Uddhav-Thackeray-BJP-breaking-monopoly-Thackeray-family-news-in-hindi.html

महाराष्ट्र में मकसद केवल सत्ता नहीं है? गांधी परिवार की तरह ठाकरे परिवार का सियासी वर्चस्व तोड़ना है!
https://twitter.com/PalpalIndia/status/1540329610629353472
https://palpalindia.com/2022/06/24/maharashtra-politics-break-political-domination-of-Thackeray-family-like-Gandhi-family-news-in-hindi.html

Source : palpalindia ये भी पढ़ें :-

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