जबलपुर. आल इंडिया रेलवेमेंस फेडरेशन (एआईआरएफ) के महामंत्री काम. शिवगोपाल मिश्रा ने ऐलान किया है कि अब हर हाल में एनपीएस हटाने व गारंटेंड ओल्ड पेंशन स्कीम लागू करने के लिए आर-पार का संघर्ष किया जाएगा. एनपीएस से रेलवे सहित तमाम सरकारी विभागों के लाखों कर्मचारी ही नहीं बल्कि अधिकारी वर्ग भी आक्रोशित है. एनपीएस हटाने के लिए इसे जन-आंदोलन किया जाएगा. वहीं एआईआरएफ के एजीएस व डबलूसीआरईयू के महामंत्री काम. मुकेश गालव ने कहा कि एनपीएस हटाने के लिए कर्मचारियों में जिस इच्छाशक्ति, एकता, अनुशासन की जरूरत है, वह पमरे के एनकेजे में आयोजित डबलूसीआरईयू के यूथ अधिवेशन में सामने आया है, जहां पर हजारों कर्मचारियों ने ओपीएस की मांग को लेकर आंदोलन का शंखनाद कर दिया है.
उल्लेखनीय है कि एनकेजे में शुक्रवार 18 नवम्बर को वेस्ट सेंट्रल रेलवे एम्पलाइज यूनियन (डबलूसीआरईयू) के यूथ सम्मेलन व एनपीएस हटाओ आंदोलन के खिलाफ हजारों रेल कर्मचारियों ने शिरकत करते हुए एक सुर में ओपीएस की मांग की.
एनपीएस हटाने के लिए दिल्ली में होगा विशाल आंदोलन
एआईआरएफ महामंत्री शिव गोपाल मिश्रा ने कहा कि न्यू पेंशन स्कीम लागू होने से रेल अधिकारी-कर्मचारियों में खासा आक्रोश है. फेडरेशन ने तय किया है कि रेलवे सहित अन्य सरकारी विभागों के श्रमिक संगठनों की दिल्ली में एक बैठक बुलाई गई है, जहां सभी संगठन मिलकर एनपीएस हटाओ, ओपीएस लागू करने के लिए एक विशाल जनआंदोलन की शुरुआत करने के लिए रणनीति तैयार की जायेगी. ब्लॉक, तहसील, जिला स्तर, राज्य स्तर पर पेंशन बहाली के लिए प्रदर्शन होंगे. संसद मार्च का भी आव्हान होगा. पदयात्राएं निकालकर जागरुक किया जाएगा. 10 लाख लोग दिल्ली में एकत्रित होंगे. रेलमंत्री ने कई मुद्दों को लेकर आश्वासन मिला है.
रेलवे का निजीकरण बर्दाश्त नहीं
श्री मिश्रा ने कहा कि रेलवे का निजीकरण न हो, इसके लिए पहल चल रही है. फेडरेशन के रहते निजीकरण नहीं होने दिया जाएगा. रेल बचाव, देश बचाव को लेकर पहल होगी. जन आंदोलन होगा. रेल कर्मचारियों की लंबित अनेक समस्याओं को लेकर भी फेडरेशन लगातार प्रयास कर रहा है.
जबलपुर मंडल में रनिंग स्टाफ तनाव में : गालव
इस मौके पर यूनियन महामंत्री मुकेश गालव ने रेल कर्मचारियों की सुरक्षा और संरक्षा के मुद्दों को प्राथमिकता से उठाते हुए कहा कि रनिंग स्टॉफ जो विपरीत परिस्थितियों में काम करते हैं उनकी मांगों को लेकर प्रशासन से लगातार वार्ता की जा रीह है, 12 घंटे की ड्यूटी 8 घंटे कराई है. ओवरटाइम दिलाया गया है. कटनी से सिंगरौली सेक्शन में रनिंग स्टॉफ के साथ गंभीर समस्या है. यदि कोई कर्मचारी जाता है तो पहले व्यौहारी ले जाया जाता है, उसे ऑफ कर देते हैं, आठ घंटे बाद सिंगरौली ले जाते हैं, फिर रेस्ट व उसके बाद फिर उन्हें कटनी लाते हैं. कर्मचारी 72 घंटे से भी अधिक समय तक परिवार से बाहर रहता है. जिससे रनिंग स्टाफ तनाव में काम करने मजबूर है. महाप्रबंधक से बात की गई है और इसमें शीघ्र सुधार की मांग की गई है, समस्या का समाधान नहीं होने पर उग्र आंदोलन किया जाएगा.
एनकेजे में खोला जायेगा बेस्ट प्राइज शॉप
काम. मुकेश गालव ने कहा कि एनकेजे में अधिकांश पुरुष रेल कर्मचारी ड्यूटी पर चले जाते हैं, रनिंग स्टाफ तो कई-कई दिन बाहर रहता है, एनकेजे में बाजार नहीं है, जिससे महिलाओं को काफी परेशान होना पड़ता है. एनकेजे में 6 हजार से अधिक रेल परिवार की समस्या को देखते हुए यहां पर बेस्ट प्राइज शॉप खोली जाएगी. जगह का आवंटन रेलवे ने कर दिया है. शॉप को दो माह के अंदर खोल दिया जायेगा, इस शॉप में बाजार से 20 प्रतिशत कम दाम में गुणवत्तायुक्त सामग्री मिलेगी. श्री गालव ने कहा कि इससे पहले एनकेजे में रेल कर्मचारियों के परिवार को रसोई गैस की किल्लत का सामना करना पड़ता था, जिसे देखते हुए यहां पर गैस एजेंसी खोला गया है, जिसका लाभ कर्मचारी भरपूर उठा रहे हैं.
सम्मेलन में यह रहे उपस्थित
कार्यक्रम में एआईआरएफ महामंत्री शिव गोपाल मिश्रा, डब्ल्यूसीआरइयू महामंत्री मुकेश गालव, मंडल अध्यक्ष बीएन शुक्ला, मंडल सचिव रोमेश मिश्रा, कार्यकारी अध्यक्ष राकेश पांडेय, आरके श्रीवास्तव, अभिषेक पांडे, पुरषोत्तम पाठक मनीष यादव, एनके पांडेय, सुशांत नील शुक्ला, संतोष यादव, जरनैल सिंह सहित हजारों रेल कर्मचारी मौजूद रहे
Source : palpalindia ये भी पढ़ें :-एनपीएस के खिलाफ डबलूसीआरईयू के जागृति अभियान का कल वाहन रैली के साथ होगा समापन
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