नई दिल्ली. उत्तर प्रदेश के गाजियाबाद में हनीट्रैप का एक मामला सामने आया है. गृह मंत्रालय में तैनात नवीन पाल नाम के शख्स को गिरफ्तार किया गया है. दरअसल हनीट्रैप में फंस कर नवीन एक महिला को गोपनीय दस्तावेज भेज रहा था. नवीन जिस महिला को कोलकाता का अंजलि समझकर उसको दस्तावेज भेज रहा था, दरअसल वह पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी आईएसआई से जुड़ी बताई जा रही है.
प्राप्त जानकारी के अनुसार नवीन पाल ने वॉट्सऐप के जरिए गृह मंत्रालय के दस्तावेज और जी-20 मीटिंग से जुड़ी जानकारी भेजी. सेंट्रल एजेंसी (आईबी) के इनपुट पर गाजियाबाद पुलिस ने नवीन को क्रॉसिंग रिपब्लिक से गिरफ्तार किया है. नवीन गृह मंत्रालय में कॉन्ट्रैक्ट बेसिस पर काम करता था. जासूसी के आरोप में पुलिस ने उसे गिरफ्तार किया है.
जब नवीन से पूछताछ की गई तो वह पुलिस का ध्यान भटकाने और गुमराह करने के लिए इधर-उधर की बातें करने लगा. ऐसी स्थिति में गहनता से पूछताछ किए जाने की आवश्यकता को देखते हुए उसे थाना क्रासिंग रिपब्लिक लाया गया. पूछताछ में नवीन की गतिविधियां संदिग्ध नजर आईं. नवीन के पास से एप्पल का एक फोन बरामद हुआ है. जिसे पुलिस ने जब्त कर लिया है.
नवीन के फोन की जब जांच की गई तो उसके फोन में संदिग्ध वॉट्सऐप नंबर प्राप्त हुआ. उसके फोन के एप्पल अकाउंट के फोटो बैकअप सेक्शन में गृह मंत्रालय और त्र 20 से संबंधित दस्तावेज मिला जिस पर सीक्रेट लिखा हुआ था. इसके अलावा और भी कई दस्तावेज यहां अपलोड किए गए थे. इन तमाम दस्तावेजों की फोटोज को डाउनलोड करके प्रिंट आउट निकाल कर आगे की जांच के लिए पुलिस ने भेज दिया है.
नवीन पाल से गाजियाबाद पुलिस और सेंट्रल एजेंसी लगातार पूछताछ कर रही है. नवीन के फोन में संदिग्ध मोबाइल नंबर अंजलि कोलकाता के नाम से सेव था. पूछताछ में खुलासा हुआ कि वह सोशल मीडिया के जरिए एक लड़की के संपर्क में आया था. इसके बाद वह उस लड़की से वॉट्सऐप पर बात करने लगा. वॉट्सऐप का वर्चुअल नंबर बरेली का था लेकिन जब एजेंसी ने उस नंबर का आईपी एड्रेस निकाला तो वो कराची का निकला.
Source : palpalindia ये भी पढ़ें :-7 राज्यों में बारिश से हाहाकार: बाढ़-लैंडस्लाइड से 56 मौतें, दिल्ली में बाढ़ का खतरा मंडराया
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