अभिमनोज. वैसे तो मध्यप्रदेश विधानसभा चुनाव में कांग्रेस और बीजेपी के बीच सीधी टक्कर है, लिहाजा किसी और दल के लिए बहुत बड़ी संभावना नहीं है, लेकिन ये बाकी दल चुनावी नतीजों को बिगाड़ने, बदलने का सियासी दम तो रखते ही हैं?
खबरें हैं कि.... मैहर से पूर्व बीजेपी नेता नारायण त्रिपाठी ने अपनी खुद की पार्टी का गठन कर लिया है, नाम है- विंध्य जनता पार्टी!
यही नहीं, इस पार्टी की ओर से प्रदेश की 230 विधानसभा सीट में से 25 सीटों के लिए अपनी पहली सूची भी शुक्रवार को जारी कर दी गई है.
विंध्य जनता पार्टी का गठन पिछले दिनों मैहर विधायक नारायण त्रिपाठी ने किया है, जिसे चुनाव आयोग ने चुनाव चिन्ह भी आवंटित कर दिया है.
नारायण त्रिपाठी बीजेपी से 2018 में विधायक चुने गए थे, लेकिन.... इस बार उनका टिकट काट दिया गया, अब विंध्य जनता पार्टी ने नारायण त्रिपाठी को ही मैहर से चुनावी मैदान में उतारा है. मैहर विधायक नारायण त्रिपाठी के बीजेपी से इस्तीफा देने के बाद कांग्रेस में शामिल होने की भी सियासी चर्चाएं थीं, लेकिन कांग्रेस ने यहां से अपने उम्मीदवार का ऐलान कर दिया है. कांग्रेस ने मैहर विधानसभा सीट से धर्मेश घई को प्रत्याशी बना दिया है, तो बीजेपी ने श्रीकांत चतुर्वेदी को अपना उम्मीदवार बनाया है.
बड़ी सियासी उत्सुकता यही है कि नारायण त्रिपाठी की पार्टी किसका नुकसान करेगी, कांग्रेस का या बीजेपी का?
याद रहे, मध्यप्रदेश का विंध्य क्षेत्र बीजेपी का गढ़ रहा है, यहां विधानसभा की कुल 30 सीटें हैं, जिनमें से 2018 के चुनाव में 24 सीटें बीजेपी के खाते में गईं थीं.
खबरों पर भरोसा करें तो यह ब्राह्मण बाहुल्य क्षेत्र है और नारायण त्रिपाठी असरदार नेता हैं, मतलब.... बीजेपी और कांग्रेस, दोनों के ब्राह्मण वोट बैंक में से जिसको नारायण त्रिपाठी की पार्टी ज्यादा नुकसान पहुंचाएगी, वह पार्टी हार जाएगी!
देखना दिलचस्प होगा कि विंध्य जनता पार्टी कांग्रेस-बीजेपी का कितना नुकसान कर पाती है, कर पाती भी है या नहीं?
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