कोरबा. छत्तीसगढ़ के कोरबा जिले के केंदई रेंज में विचरण कर रहे 58 हाथियों के दल ने ग्राम सिरमिना के निकट बगाही गांव के बाहर खूंटे से बंधे एक दर्जन मवेशियों को मौत के घाट उतार दिया. देर रात हुई इस घटना के बाद ग्रामीण क्षेत्र में भय का माहौल देखा जा रहा है.
कटघोर वन मंडल केंदई व पसान परिक्षेत्रों में हाथियों का उत्पात थमने का नाम नहीं ले रहा. पखवाड़े भर से केंदई में जमे 58 हाथी कभी एक साथ झुंड में तो कभी अलग-अलग दल में बंट कर नुकसान पहुंचा रहे हैं. गुरूवार की रात हाथी के दल सिरमिना के निकट ग्राम बगाही के पास पहुंच गया. ग्रामीणों ने गांव के बाहर पेड़ के नीचे अपनी मवेशी बांध रखा था. खूंटी से बंधे मवेशियों पर दल ने हमला बोल दिया. रंभाते गाय बैल की आवाज सुनकर ग्रामीणों को पता चल गया है कि हाथी गांव के निकट पहुंच गए है.
जान का खतरा होने के डर से एक भी ग्रामीण भी घटना स्थल से दूर रहेंगे. वन परिक्षेत्राधिकारी अभिषेक दुबे ने बताया कि जिन किसानों के मवेशियों को हाथियों ने मौत के घाट उतारा है वे सभी ग्राम बगाही के हैं. गनपत सिंह के दो बछिया व एक गाय, कंवल सिंह के चार गाय व एक बैल, सीताराम के तीन बछिया व एक गाय को हाथियों घटना स्थल पर मार डाला. हाथी के दल पिछले दो दिन से सिरमिना के आसपास विचरण कर रहे हैं. सप्ताह भर के भीतर दल ने 23 किसानों 32 एकड़ फसल को नुकसान पहुंचाया है. मवेशी व फसल नुकसान के मुआवजा प्रकरण बनाने में वन अमला जुटा है. उधर कोरबा वन मंडल के गुरमा में 16 व सिमकेंदा में 11 हाथी विचरण कर रहे हैं. हाथियों के कारण क्षेत्र में फसल काटाई का काम बंद हो गया गया है. वन विभाग की ओर से मुनादी के माध्यम से ग्रामीणों को जंगल की ओर न जाने की सलाह दी जा रही है.
लोनर हाथी अलग-अलग जगहों में मचा रहे उत्पात
ग्रामीण क्षेत्रों में हाथियों के दल से अधिक लोनर से खतरा बना हुआ है. अकेले केंदई रेंज में विचरण कर रहा लोनर हाथी अभी तक चार लोगों की जान ले चुका है. विभागीय अधिकारी की माने तो इन दिनों तीन लोनर हाथी अलग-अलग जगह बनिया, बोटोपाल व मदनपुर में विचरण कर रहे हैं. धान के अलावा किसानों के बाड़ी में लगी सब्जियों के फसल को नुकसान पहुंचा रहे हैं.
Source : palpalindia ये भी पढ़ें :-छत्तीसगढ़ के धमतरी में IED ब्लास्ट, CRPF की टीम को बनाया निशाना
छत्तीसगढ़ में वोटिंग के बीच IED ब्लास्ट, एक जवान घायल, मिजोरम में वोट नहीं डाल पाए सीएम
CG : सीएम बघेल बोले, ईडी, आईटी, सीबीआई लोकतंत्र के लिए खतरा बनी, केंद्र सरकार कर रही दुरुपयोग