रेलवे के कोरोना वारियर टिकट चैकिंग स्टाफ को दो सुरक्षा, 50 से अधिक आयु वाले कर्मियों को लाइन ड्यूटी से करो मुक्त

रेलवे के कोरोना वारियर टिकट चैकिंग स्टाफ को दो सुरक्षा, 50 से अधिक आयु वाले कर्मियों को लाइन ड्यूटी से करो मुक्त

प्रेषित समय :17:32:52 PM / Tue, Apr 20th, 2021

जबलपुर/कोटा. रेलवे के टिकिट चैकिंग स्टाफ जो कोरोना संक्रमण के इस खतरनाक दौर में भी पूरे वारियर बनकर सेवा कार्य में जुटे हुए हैं. पमरे के इन स्टाफ को तत्काल कोरोना संक्रमण से बचाव के लिए जरूरी सामग्रियां उपलब्ध कराई जाएं. साथ ही जिन टिकिट चैकिंग स्टाफ की आयु 50 वर्ष से अधिक है, ऐसे स्टाफ को स्टेशन पर ही ड्यूटी लगाई जाए.  वहीं टारगेट भी नहीं दिया जाए. यह मांग वेस्ट सेेंट्रल रेलवे एम्पलाइज यूनियन के महामंत्री मुकेश गालव ने पमरे के प्रमुख मुख्य वाणिज्य प्रबंधक को पत्र लिखकर की है.

यूनियन के महामंत्री श्री गालव ने प्रमुख मुख्य वाणिज्य प्रबंधक को लिखे पत्र में कहा है कि तीनों मंडलों में कोरोना से बड़ी संख्या में टिकट चैकिंग स्टाफ पाजीटिव हुआ है, जिसमें से कोटा मंडल में ही 40 स्टाफ संक्रमित हो चुके हैं और एक की मृत्यु हुई है.

यह सुविधाएं व सुरक्षा चक्र प्रदान करें

- चैकिंग स्टाफ को उच्च गुणवत्ता वाले मास्क, सेनेटाइजर, फेसशील्ड, हेंड ग्ल्ब्स, साबुन व हेेंडवाश तत्काल मुहैया कराएं.

- कोविड काल में 50 वर्ष से अधिक आयु के स्टाफ, जिनको डायबिचिज व बीपी की बीमारी है, उन्हें एमिनिटी व चैकिंग स्क्वाड ड्यूटी में नहीं लगाकर स्टेशन पर कार्य कराया जाए.

- चैकिंग स्टाफ से सामान्य दिनां की तरह आर्थिक टारगेट पूरा करने हेतु अधिकारियों द्वारा दबाव  बनाया जा रहा है, जो पूर्णत: गलत है. इस कोरोना काल में टारगेट के दबाव से मुक्त करा जाये.

- चैकिंग स्क्वाड में कार्यरत टिकिट चैकिंग स्टाफ को अस्थायी रूप से कोविड-19 प्रकोप तक स्टेशनों पर ही लगाकर चैकिंग कराई जाए.

- कोरोना काल में एमिनिटी स्टाफ को पूर्व की भांति काला कोट पहनकर ड्यूटी करने की  बाध्यता से मुक्त किया जाए.

- तीनों मंडलों के सभी डिपो/स्टेशनों के सीटीआई आफिस व हेड टीसी आफिसों को प्रतिदिन सेनिटाइज किया जाए.

- एमिनिटी स्टाफ को कम  के कम टीटीई रेस्ट हाउस में रोका जाए तथा यू लिंक द्वारा शीघ्रताशीघ्र पुन- मुख्यालय बुलाया जाए.

- जिन ट्रेनों के मध्य यू  लिंक संभव नहीं हो और रेस्ट हाउस में ठहरना विवशता हो, वहां सभी रेस्ट हाउस को प्रत्येक 4 घंटों मे सेनिटाइज कराया जाए तथा स्टाफ के शुद्ध  पीने के पानी व भोजन की व्यवस्था की जाए.

Source : palpalindia ये भी पढ़ें :-

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