एमपी के जबलपुर में नकली रेमडेसिविर इंजेक्शन के सौदागर सरबजीतसिंह मोखा भी तीन दिन की रिमांड पर, अब बाप-बेटे को आमने सामने बिठाकर होगी पूछताछ

एमपी के जबलपुर में नकली रेमडेसिविर इंजेक्शन के सौदागर सरबजीतसिंह मोखा भी तीन दिन की रिमांड पर, अब बाप-बेटे को आमने सामने बिठाकर होगी पूछताछ

प्रेषित समय :20:16:20 PM / Wed, May 26th, 2021

पलपल संवाददाता, जबलपुर. मध्यप्रदेश के जबलपुर में नकली रेमडेसिविर इंजेक्शन के सौदागर सरबजीतसिंह मोखा को आज एसआईटी ने न्यायालय में पेश कर तीन दिन का रिमांड प्राप्त कर लिया है, अब एसआईटी द्वारा सरबजीतसिंह मोखा व उसके बेटे हरकरण को आमने सामने बिठाकर पूछताछ की जाएगी. हालांकि मोखा के बेटे हरकरण ने पुलिस को देर रात तक पाटन क्षेत्र की पहाड़ी पर घुमाया और यही कहता रहा है कि अस्पताल के संबंध में सारे निर्णय पिता ही लेते रहे.

एसआईटी से जुड़े अधिकारियों ने बताया कि सरबजीतसिंह मोखा के बेटे हरकरण ने पूछताछ में पुलिस को कुछ खास जानकारी नहीं दी, यहां तक कि रात को पाटन की पहाडिय़ों पर ले गया, जहां पर उसने अपने दो मंहगे मोबाइल फोन पत्थर से तोड़कर फेंक दिए, एसआईटी ने यहां पर तलाश की लेकिन मोबाइल फोन के टुकड़े भी नहीं मिले, उसने यही जानकारी दी कि जबलपुर आते वक्त उसके सलाहकारों के कहने पर रुककर  मोबाइल फोन तोड़कर फेंक दिए, वह कितना सच कह रहा है कितना झूठ इस बात का पता तो अब चलेगा, क्योंकि आज एसआईटी ने सिटी अस्पताल के संचालक सरबजीतसिंह मोखा को न्यायालय में पेश कर तीन दिन का रिमांड प्राप्त कर दिया, अधिकारियों का कहना है कि सरबजीतसिंह मोखा व उसके बेटे हरकरण को आमने सामने बिठाकर पूछताछ की जाएगी, जिससे यह बात भी साफ हो सकेगी कि नकली रेमडेसिविर इंजेक्शन के मामले में हरकरण का कितना हाथ है, क्या उसने सिर्फ दिब्यांग नौकर की आईडी का उपयोग इंजेक्शन मंगाने में किया था, क्या मोखा ने नकली इंजेक्शन के लिए अपने बेटे को भी भेजा था, इसके अलावा नकली इंजेक्शन के मामले में एसआईटी के अधिकारी मोखा से भी विभिन्न बिन्दुओं पर पूछताछ करेगें, क्योकि इस मामले में सिटी अस्पताल से सारे रिकार्ड गायब कर दिए गए है, कोरोना से भरती हुए मरीजों से मिलने वाली राशि का कोई हिसाब नहीं है, जिससे ऐसा प्रतीत होता है कि करोड़ों रुपए की नगदी सरबजीतसिंह मोखा ने अपने पास ही रखी है. एसआईटी को यह उम्मीद है कि बाप-बेटे को आमने सामने बिठाकर पूछताछ करने पर कई और रहस्यों से पर्दा उठेगा, हालांकि एसआईटी द्वारा अस्पताल के एकाउंट  विभाग के कर्मचारियों के भी बयान दर्ज करेगी. सूत्रों की माने तो सरबजीतसिंह मोखा के हर कारोबार की सोनिया खत्री राजदार है, उसे मोखा के संबंध में एक-एक जानकारी है, उससे यदि पूछताछ होती है तो और भी मामलों से पर्दा उठ सकता है. चर्चाओं में यह बात भी सामने आई है कि एसआईटी द्वारा मोखा की चल-अचल संपत्तियों की जांच में जुटी है, ऐसी खबर है कि जबलपुर में ही मोखा के पास डेढ़ से दो लाख वर्गफीट जमीन है, इसके अलावा भी मोखा के  कहां कहां कंस्ट्रक्शन के काम चल रहे है, उस संबंध में जानकारी एकत्र की जा रही है. 

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