चूरू. राजस्थान के चूरू जिले के सबसे बड़े राजकीय भरतिया जिला अस्पताल में बड़ी लापरवाही सामने आई है. यहां एमसीएच विंग में सप्लाई होने वाले ऑक्सीजन प्लांट में लगे ऑक्सीजन सिलेंडर खत्म हो गए. उन्हें बदलने वाला वहां कोई मौजूद नहीं था. ऐसे में एसएनसीयू वार्ड में भर्ती आठ बच्चों की जान सांसत में आ गई.
मामले की जानकारी लगने पर ऑक्सीजन कंसंट्रेटर लगाकर नवजातों को ऑक्सीजन दी गयी. लेकिन यदि कुछ देर ओर हो जाती तो मासूमों की जान को खतरा हो सकता था. इस दौरान एसएनसीयू वार्ड में भर्ती एक नवजात का सैचुरेशन 70 तक पहुंच गया और उसकी तबीयत बिगड़ने लगी.
हद तो तब हो गयी जब इतनी बड़ी लापरवाही सामने आने के बाद भी एसएनसीयू वार्ड प्रभारी इस लापरवाही पर पर्दा डालकर मामला दबाने का प्रयास करते नजर आए. जानकारी के मुताबिक एमसीएच विंग में ऑक्सीजन प्लांट की देखरेख का काम निजी कंपनी के कर्मियों को सौंपा हुआ था. जिनकी टेंडर अवधि दो जुलाई को समाप्त हो गयी थी. फिर भी वैकल्पिक व्यवस्था के तौर पर उन्हें रखा हुआ था.
अस्पताल प्रशासन ने उन्हें गुरुवार शाम को आने से मना कर दिया. जिसके बाद से एमसीएच विंग का ऑक्सीजन प्लांट भगवान भरोसे चल रहा था. प्लांट से एमसीएच विंग में सप्लाई होने वाले सिंलेडरों की ऑक्सीजन शुक्रवार सुबह खत्म हो गई. ऑक्सीजन का लेवल बहुत कम होने से प्लांट पर लगा हुआ सायरन भी अचानक जोर-जोर से बजने से अफरा-तफरी सी मच गई.
ऑक्सीजन सप्लाई गड़बड़ाने के दौरान एसएनसीयू में करीब आठ बच्चे ऑक्सीजन पर थे. सूत्रों की माने तो ऑक्सीजन का लेवल कम होने से दो जुड़वा बच्चों की तबीयत भी बिगड़ गई. इधर, ऑक्सीजन की सप्लाई गड़बड़ाने की बात एसएनसीयू कर्मियों को पता चलने पर एक बारगी उनके हाथ-पैर फूल गए. आनन-फानन में ऑक्सीजन कंसंट्रेटर लगाकर सप्लाई को शुरू होने से बच्चों की जान बच गई.
Source : palpalindia ये भी पढ़ें :-राजस्थान : निर्वाचन आयोग ने की नगर निकाय उपचुनाव की तारीखों की घोषणा
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