नई दिल्ली. ट्रेन की एयर कंडीशन्ड बोगियों में सस्ते सफर का मजा देने के लिए रेलवे ने तैयारी पूरी कर ली है. एसी थ्री टायर इकोनॉमी क्लास में यात्रियों के लिए किराया लगभग तय कर दिया गया है. सामान्य एसी-3 टायर की तुलना में यह 8 फीसदी सस्ता होगा. रेल मंत्रालय के कार्यकारी निदेशक (आईपी) राजेश दत्त वाजपेयी ने यह जानकारी दी है. उन्होंने कहा, “उत्पादन में तेजी आने पर इन नए डिब्बों को विभिन्न मेल/एक्सप्रेस और सुपरफास्ट ट्रेनों में जोड़ा जाएगा.” पहला इकोनॉमी एसी 3 टियर कोच उत्तर मध्य रेलवे के तहत स्पेशल ट्रेन 02403/02404 प्रयागराज-जयपुर एक्सप्रेस में लगाया जाएगा और सितंबर से रन करने लगेगा.
भारतीय रेलवे ने इस साल की शुरुआत में अपने पहले इकोनॉमी एसी 3 टायर कोच का इनॉग्रेशन करते हुए इसे दुनिया में “अपनी श्रेणी की सबसे सस्ती” वातानुकूलित ट्रेन यात्रा करार दिया था. इकोनॉमी एसी थ्री टियर कोच कपूरथला के रेलवे कोच फैक्ट्री, रायबरेली के मॉडर्न कोच फैक्ट्री और चेन्नई के इंटिगरल कोच फैक्ट्री में बनाए जा रहे हैं. इनमें 800 से अधिक कोच चालू वित्त वर्ष में शुरू किए जाएंगे.
टीओआई ने रेल मंत्रालय के एक सर्कुलर के अनुसार लिखा है कि नए इकोनॉमी एसी 3 टियर कोच में बर्थ का विकल्प चुनने वाले यात्रियों को मेल/एक्सप्रेस ट्रेनों में स्लीपर यात्रा के बेस फेयर का 2.4 गुना भुगतान करना होगा. 300 किलोमीटर तक की यात्रा का बेस फेयर यानी मूल किराया 440 रुपये होगा और दूरी बढ़ने पर यह बढ़ जाएगा.
4951-5000 किलोमीटर की अधिकतम दूरी के स्लैब का बेस फेयर 3065 रुपये होगा. अन्य चार्जेस की बात करें तो आरक्षण शुल्क, सुपरफास्ट शुल्क, एसी 3 क्लास के लिए लागू जीएसटी अलग से जोड़े जाएंगे. बता दें कि बेस फेयर 300 किमी की दूरी के स्लैब के बाद हर कुछ किलोमीटर में बदल जाता है.
दूरी के अनुसार मूल किराया
300 किमी तक 400 रुपये
491 से 500 किमी तक 651 रुपये
741 से 750 किमी तक 908 रुपये
991 से 1000 किमी तक 1102 रुपये
1476 से 1500 किमी तक 1431 रुपये
1976 से 2000 किमी तक 1757 रुपये
2476 से 2500 किमी तक 1978 रुपये
2951 से 3000 किमी तक 2196 रुपये
3451 से 3500 किमी तक 2412 रुपये
3951 से 4000 किमी तक 2631 रुपये
4451 से 4500 किमी तक 2849 रुपये
4951 से 5000 किमी तक 3065 रुपये
एसी 3 इकोनॉमी कोच की विशेषताएं
एसी 3 टियर के 72 बर्थ के मुकाबले इसमें 83 बर्थ होंगे.
नए कोचों की गति क्षमता 160 किमी प्रति घंटा है.
प्रत्येक बर्थ के साथ फ्लाइट की तरह पर्सनल एसी वेंट हैं.
पर्सनलाइज्ड रीडिंग लाइट लगी हुई है.
प्रत्येक कोच में दिव्यांगों के अनुकूल शौचालय है.
टच-फ्री फिटिंग वाले बायो-टॉयलेट लगाए गए हैं.
बेहतर आराम के साथ फायर प्रूफ बर्थ हैं.
साइड बर्थ के साथ स्नैक टेबल लगाए गए हैं.
लैपटॉप/मोबाइल चार्ज करने के लिए पर्सनल सॉकेट लगे हैं.
मिडिल और अपर बर्थ पर चढ़ने के लिए सुविधाजनक सीढ़ी.
Source : palpalindia ये भी पढ़ें :-जबलपुर के रेलवे स्टेडियम में इंटरनेशनल स्तर के सिंथेटिक वॉलीबॉल एवं बास्केटबॉल कोर्ट का निर्माण
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