अभिमनोज. बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार एक बार फिर यूपी की फूलपुर सीट से लोकसभा का चुनाव लड़ने को लेकर सियासी चर्चाओं में हैं?
इस वक्त एनडीए के खिलाफ मजबूत मोर्चा- इंडिया बनाने में नीतीश कुमार की बड़ी भूमिका रही है, लेकिन कौन बनेगा प्रधानमंत्री को लेकर बहुत बड़ी खामोशी भी है, क्योंकि प्रधानमंत्री बनने पर नजर तो सभी बड़े नेताओं की है, लेकिन.... कांग्रेस को छोड़कर ज्यादातर पार्टियों का असर एक-दो राज्यों तक ही है, मतलब.... एक सौ से ज्यादा सीटें जीतने की हालत में कांग्रेस के अलावा कोई दल नहीं है, लिहाजा कांग्रेस के अलावा किसी और दल से प्रधानमंत्री बनना बहुत आसान नहीं है.
नीतीश कुमार जानते हैं कि दिल्ली की गद्दी का रास्ता यूपी होकर के जाता है, यही वजह है कि नरेंद्र मोदी ने 2014 में पहला चुनाव गुजरात के साथ-साथ यूपी से भी लड़ा था और जीतने के बाद गुजरात को छोड़कर यूपी को थाम लिया था.
यदि नीतीश कुमार के लिए पीएम बनने की संभावनाएं बनती हैं, तो बिहार से तो अच्छा-खासा समर्थन मिलने की सियासी संभावनाएं हैं, लेकिन बिहार से बाहर कमजोर स्थिति है, अपनी स्थिति मजबूत करने के लिए ही नीतीश कुमार को यूपी से चुनाव लड़ना होगा और इसके लिए कांग्रेस और सपा से बेहतर संबंध बनाए रखने होंगे?
सबसे महत्वपूर्ण बात यह है कि- यूपी बीजेपी की सबसे बड़ी ताकत है, यदि यहां बीजेपी को मात देने में विपक्ष सक्षम हो जाता है, तो पीएम मोदी की विदाई आसान हो सकती है, वैसे भी इस वक्त बीजेपी को आश्वस्त करने वाले राज्य- उत्तर प्रदेश और गुजरात ही बचे हैं, दक्षिण भारत से बीजेपी के लिए बहुत ज्यादा संभावनाएं नहीं हैं, तो महाराष्ट्र, कर्नाटक, बिहार से बीजेपी की सीटों का हिसाब 2019 के मुकाबले बहुत गड़बड़ा गया है, वहीं राजस्थान, एमपी जैसे राज्यों में बीजेपी के सामने सीटें बचाने की बड़ी चुनौती है, ऐसे में यदि नीतीश कुमार बीजेपी को यूपी में उलझाने में कामयाब हो जाते हैं, तो एनडीए को तगड़ा झटका लग सकता है!
देखना दिलचस्प होगा कि नीतीश कुमार क्या निर्णय लेते हैं?
https://twitter.com/i/status/1685706068847099905
पीएम मोदी का गुजरात मॉडल! हर तीसरा व्यक्ति अपने राजनीतिक विचारों को ऑनलाइन व्यक्त करने में डरता है?
नरेंद्रभाई को अंधेरे में क्यों रखा जा रहा है? अशोक गहलोत सबसे लोकप्रिय, लेकिन सर्वे में सरकार बनेगी बीजेपी की, कैसे?
Source : palpalindia ये भी पढ़ें :-बिहार : राज्य में जाति आधारित जनगणना का रास्ता साफ, पटना हाई कोर्ट ने रोक हटाई
बच्चों की तस्करी के मामले में अव्वल हैं यूपी-बिहार, 350 फीसदी की बढ़ोतरी दर्ज
मणिपुर हिंसा को लेकर अब भाजपा में विरोध, बिहार में विनोद शर्मा दिया पार्टी से इस्तीफा