पलपल संवाददाता, एमपी. मध्यप्रदेश के सभी जिलों में आज सुबह से मतदान सामग्री लेकर कर्मचारियों का अपने अपने मतदान केन्द्रों पर जाने का सिलसिला शुरु हो गया. इस दौरान बैतूल के मुलताई में विधानसभा चुनाव ड्यूटी पर आए मतदान कर्मी भीमराव पुत्र भोजू 55 वर्ष की हार्ट अटैक से मौत हो गई. उनकी ड्यूटी मुलताई नगर के कन्या शाला बूथ क्रमांक 123 पर थी. इसी तरह उज्जैन में एक महिला मतदान कर्मी रंजीता को अस्थमा का अटैक आने से बेहोश हो गई. वहीं जबलपुर में भी एक मतदान कर्मचारी की तबियत बिगडऩे से जिला अस्पताल विक्टोरिया में भरती कराया गया है.
आज सुबह से 64 हजार 523 मतदान केन्द्रों के लिए मतदान दलों के रवाना होने का सिलसिला जारी है. मतदान दलों के वाहनों को ग्लोबल पोजिशनिंग सिस्टम से कनेक्ट किया गया है. मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी कार्यालय से हर जिले की पोलिंग पार्टियों के मूवमेंट पर नजर रखी जाएगी. शुक्रवार सुबह 7 बजे से वोटिंग शुरू होगी. निर्वाचन आयोग ने संवेदनशील मतदान केंद्रों के लिए बालाघाट से सटे गोंदिया में एक हेलिकॉप्टर और एयर एंबुलेंस खड़ी कर रखी है. कोई हिंसात्मक गतिविधि होती है तो घायल को एयरलिफ्ट किया जाएगा. मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी कार्यालय में टीम तैनात की गई है, जो हर जिले से मतदान दलों के रवाना होने की रिपोर्ट लेगी. 38 हजार से अधिक मतदान केंद्रों की सीसीटीवी व वेब कास्टिंग से निगरानी की जाएगी. जीपीएस से हर वाहन की लोकेशन मिलती रहेगी. माइक्रो ऑब्जर्वर, पीठासीन व सेक्टर अधिकारियों की टीमों को अलर्ट रहने व चुनाव के दौरान संदिग्ध गतिविधियों से दूर रहने के लिए कहा गया है. चुनाव आयोग ने प्रदेश में मोबाइल, कम्प्यूटर व अन्य संसाधनों से किए जाने वाले बल्क एसएमएस को बैन कर दिया है.
मतदान केन्द्रों में रात भर रुकेगें सेक्टर अधिकारी-
निर्वाचन आयोग के निर्देश के अनुसार मतदान के एक दिन पहले सेक्टर अधिकारियों को भी क्षेत्र के नियत मतदान केंद्र पर ही रुकना होगा. जिन वाहनों में रिजर्व ईवीएम रखी रहेंगी उनमें भी जीपीएस रहेगा. प्रत्येक सेक्टर अधिकारी के साथ डॉक्टर भी रहेगा. ऐसे डॉक्टरों को मतदान की सुविधा देने के लिए इलेक्शन डयूटी सर्टिफिकेट ईडीसी जारी किए गए हैं.
रिपोर्ट लेने हर दो घंटे डाउनलोड कराया मतदान एप-
चुनाव आयोग ने मतदान की गतिविधियों और दो-दो घंटे की जानकारी भेजने के लिए मत प्रतिशत एप पीठासीन, सेक्टर व रिटर्निंग अधिकारियों को डाउनलोड कराया है. पीठासीन अधिकारी मतदान दलों के रवाना होने से लेकर वहां पहुंचने, मतदान कराने, मतदान केंद्र से सामग्री जमा करने वाले स्थल तक आने व मतदान सामग्री जमा करने तक की पूरी जानकारी इस एप में दर्ज करेंगे. यह काम मतदान दल रवाना होने से वापस लौटने तक करना होगा.
जबलपुर में मतदान केंद्रों तक जाने मोटरबोट का इस्तेमाल होगा-
विधानसभा का चुनाव कराने गठित मतदान दलों की मतदान सामग्री प्राप्त करने के बाद जवाहरलाल नेहरू कृषि विश्वविद्यालय परिसर से मतदान केंद्रों के लिए रवानगी शुरू हो गई है. मतदान दलए मतदान केंद्र तक 251 बड़ी व 250 छोटी बसों से पहुंचेंगे. मतदान दलों को मतदान केंद्र तक पहुंचाने दो ट्रेक्टर व एक मोटरबोट का इस्तेमाल भी होगा . मतदान दलों के परिवहन के लिये 501 रुट तय किये गए हैं. दस प्रतिशत रिजर्व सहित कुल 551 बसों की व्यवस्था की गई है.
इंदौर में 583 क्रिटिकल केंद्रों के लिए 616 माइक्रो ऑब्जर्वर-
इंदौर के नेहरू स्टेडियम से मतदान दलों की पहली बस सुबह 10 बजे रवाना हुई. कलेक्टर इलैया राजा टी सुबह से ही स्टेडियम में मौजूद थे. मतदान केंद्रों पर पहुंचने के लिए 587 रूट बनाए गए हैं. मतदान दलों की रवागनी के लिए रिजर्व सहित कुल 710 बसें अधिग्रहीत की गई हैं. प्रशासन ने 583 क्रिटिकल मतदान केंद्रों के लिए रिजर्व सहित 616 माइक्रो ऑब्जर्वर नियुक्त किए हैं. 238 सेक्टर ऑफिसर्स और 238 पुलिस सेक्टर ऑफिसर्स की नियुक्ति की गई है.
Source : palpalindia ये भी पढ़ें :-MP: पीएम मोदी ने कहा, कांग्रेस के दो बड़े नेता बेटों को सेट, मध्यप्रदेश को अपसेट करने में लगे है
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