नई दिल्ली. नोएडा-ग्रेटर नोएडा के गांवों के किसानों के दिल्ली कूच की घोषणा के बाद से ही दिल्ली और नोएडा के बॉर्डरों को सील किया गया और आज नोएडा में ट्रैफिक को भी डायवर्ट किया गया. किसान, 13 फरवरी को जंतर-मंतर पर प्रदर्शन करेंगे. फिलहाल वो बॉर्डर पर ही धरना दे रहे हैं. इस बीच उन्हें मनाने की कोशिश की जा रही है. 8 फरवरी को 3 केंद्रीय मंत्रियों समेत पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान ने चंडीगढ़ में उनसे बातचीत की और समझाने की भी कोशिश की.
एएनआई के अनुसार केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल, नित्यानंद राय और अर्जुन मुंडा ने पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान के साथ चंडीगढ़ में किसान नेताओं के साथ बैठक की और उनकी समस्याओं को जानने की कोशिश की. बैठक के बाद मीडिया से बात करते हुए पंजाब के मुख्यमंत्री ने कहा कि कई मुद्दों सहमति बनी है. इसमें पिछली बार किसान आंदोलन के दौरान किसानों पर दर्ज हुए केस को वापस लेना भी एक अहम मुद्दा है जिसपर सरकार ने सहमति दे दी है.
भगवंत मान ने कहा है कि एक और बैठक की उम्मीद की जा रही है. उन्होंने कहा कि किसान संगठनों ने भी भरोसा दिलाया है कि वो आपस में इस बारे में चर्चा करेंगे. उन्होंने कहा कि वो किसानों के वकील बनकर उनका पक्ष आगे भी रखते रहेंगे. उन्होंने बताया कि इस बैठक में पराली को लेकर भी चर्चा हुई है. नकली पेस्टिसाइड और नकली बीज बनाने वाली कंपनियों के खिलाफ सख्त सजा का प्रावधान को लेकर भी सरकार ने अपनी सहमति दी है.
बता दें कि नोएडा और ग्रेटर नोएडा में किसान समूह दिसंबर 2023 से स्थानीय विकास प्राधिकरणों द्वारा अधिग्रहीत अपनी भूमि के बदले अधिक मुआवजे और विकसित भूखंडों की मांग को लेकर प्रदर्शन कर रहे हैं. प्रदर्शनकारी किसान समूहों ने अपनी मांगों पर दबाव बनाने के लिए बुधवार को किसान महापंचायत और बृहस्पतिवार को राष्ट्रीय राजधानी में संसद तक मार्च का आह्वान किया.
Source : palpalindia
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