पलपल संवाददाता, जबलपुर. मध्यप्रदेश के जबलपुर स्थित पनागर क्षेत्र में एक सिरफिरे आशिक ने शादी से इंकार किए जाने पर अपने साथियों के साथ मिलकर कोहराम मचा दिया, युवक व उसके पांच साथियों ने युवती के भाई विवेक पटेल पर कई वार किए, जिसे बचाने के लिए पड़ोसी कुंजीलाल नामक युवक आया तो उसपर भी कई वार किए, हमले में कुंजीलाल की मौत हो गई, वहीं विवेक के शरीर पर गंभीर चोटें आई है, जिसे उपचार के लिए शासकीय अस्पताल पहुंचाया गया, जहां पर विवेक की हालत अत्यंत गंभीर बनी हुई है. बदमाशों द्वारा खेले गए खूनी खेल से गांव में दहशत का माहौल बना हुआ है, हालांकि पुलिस ने देर रात ही हमलावरों को सरगर्मी से तलाश करते हुए हिरासत में ले लिया है.
पुलिस के अनुसार ग्राम बघौड़ा पनागर निवासी विवेक पटैल की बहन काजल से जबलपुर में रहने वाले अनुज पटैल शादी करना चाहता था, पहले तो काजल के परिजन भी तैयार रहे, लेकिन बाद में अनुज के चाल-चलन की जानकारी लगी तो उन्होने शादी से इंकार कर दिया. शादी से इंकार किए जाने से विवेक आगबबूला हो गया, उसने परिवार वालों से बदला लेने की ठान ली, जिसके चलते बीती रात दस बजे के लगभग अनुज पटैल उर्फ बिल्ला, अपने साथी बेटू पांडेय, राज ठाकुर, राजेश बंगाली, रुपेश पटैल, अनीश सेन, कृष्णा सतनामी, कुणाल रैकवार, कार स दो पहिया से बघोड़ा गांव सीधे विवेक के घर पहुंच गए, जहां पर गाली गलौज करते हुए विवेक को बुलाया, पता चला कि विवेक पड़ोस में कुं जीलाल के घर में बैठा है, जिसपर कुंजीलाल के घर पहुंच गए, जिन्हे देख विवेक बाहर आया तो सभी ने विवेक पर चाकु ओं से ताबड़तोड़ हमले करना शुरु कर दिया, विवेक पर हमला होते देख पड़ोसी कुंजीलाल बीच बचाव करने आया तो उसपर भी कई वार किए, दोनों के खून से लथपथ हालत में जमीन पर गिरकर छटपटाने लगे, शोर सुनकर परिजनों सहित आसपास के लोग घरों से बाहर निकल आए, जिन्होने देखा तो आगबबूला होकर हमलावरों को पकडऩे पीछा किया तो हमलावर हथियार चमकाते हुए भाग निकले, ग्रामीणों ने कुं जीलाल व विवेक को निजी अस्पताल पहुंचाया, जहां पर दोनों युवकों की हालत को देखते हुए प्राथमिक उपचार के बाद मेडिकल अस्पताल रेफर किया, जहां पर कुंजीलाल पाठक की उपचार के दौरान मौत हो गई, वहीं विवेक की हालत अत्यंत गंभीर बनी हुई है. घटना की जानकारी मिलते ही पुलिस अधिकारी बल सहित मौके पर पहुंच गए, जिन्होने पूछताछ के बाद हमलावरों की देर रात ही सरगर्मी से तलाश शुरु कर दी और कुछ ही देर में सभी आरोपियों को हिरासत में ले लिया. सिरफिरे आशिक द्वारा खेले गए खूनी खेल के बाद से आज भी गांव में दहशत व्याप्त रही, सुबह से मातम छाया रहा.
Source : palpalindia ये भी पढ़ें :-जबलपुर रेल मंडल के टिकट निरीक्षकों को WWO ने फेस शील्ड प्रदान किये, हो सकेगा कोरोना से बचाव
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