कोचिंग डिपो में WCREU के तत्वावधान में रेल कर्मचारियों की समस्याओं को लेकर अनिश्चितकालीन भूख हड़ताल शुरू

कोचिंग डिपो में WCREU के तत्वावधान में रेल कर्मचारियों की समस्याओं को लेकर अनिश्चितकालीन भूख हड़ताल शुरू

प्रेषित समय :17:45:23 PM / Tue, Oct 11th, 2022

जबलपुर. कोचिंग डिपो जबलपुर में वेस्ट सेंट्रल रेलवे एम्पलाइज यूनियन (डबलूसीआरईयू) के तत्वावधान में सीएंडडबलू विभाग में व्याप्त समस्याओं के खिलाफ  मंगलवार 11 अक्टूबर से अनिश्चितकालीन भूख हड़ताल का आरंभ हुआ, पहले दिन कॉम सतीश कुमार, कॉम ओम प्रकाश सिंह, रंजीत दुबे को मंडल अध्यक्ष कॉम बीएन शुक्ला व मंडल सचिव रोमेश मिश्रा ने तिलक लगाकर माला पहनाकर भूख हड़ताल पर बैठाया, ये साथी मंगलवार तक भूख हड़ताल पर बैठेंगे और नए 3 साथी कल भूख हड़ताल पर बैठेंगे.

दरअसल कैरिज एंड वैगन (सीएंडडबलू) के कर्मचारियों की यह समस्या है कि प्रशासन तो लगातार उन पर काम का दबाव बनाया जा रहा है, लेकिन पर्याप्त व्यवस्था सुनिश्चित नहीं की जा रही है. संरक्षा व सुरक्षा नियमों का घनघोर उल्लंघन कराते हुए कार्य कराया जा रहा है. प्रशासन को लगातार इन समस्याओं की ओर ध्यान दिलाया जाता रहा, किंतु प्रशासन इन मांगों की अनदेखी करता रहा है, जिसके खिलाफ डबलूसीआरईयू ने मांग पूरी नहीं होने तक अनिश्चितकालीन भूख हड़ताल करने का निर्णय लिया है.

यह है कर्मचारियोंं की मांग

- जबलपुर में गाड़ी के मेंटीनेंस (अनुरक्षण) में कर्मचारियों की संख्या एवं बैचों की संख्या कम की जा रही है एवं कर्मचारियों का जी.एम. आफिस, डी.आर. एम. आफिस एवं रिकॉर्डर में लगाया जा रहा है.
- कोचिंग डिपो में पहले रेक मेंटेनेंस में कोरोना काल के पहले 14 बैच थे. अभी वर्तमान में 11 बैच कार्यरत हैं. जिस कारण कर्मचारियों पर कार्य का दबाव बहुत अधिक बढ़ गया है. पूर्व की तरह 14 बैच बनाये जायें.
- कोचिंग डिपो में रेक मेंटेनेंस स्टाफ के लिए पर्याप्त स्टाफ रूम नहीं है.
- यहां के टॉयलेट में हमेशा ठेकेदार के कर्मचारियों का कब्जा रहता है. केवै कर्मचारियों के लिए टॉयलेट की अलग से व्यवस्था की जाये.
- जबलपुर में मटेरियल की भारी कमी है. यार्ड में खड़ी गाडिय़ों से Parts को खोलकर लगाने का दबाव बनाया जाता है, जिससे कभी बड़ा हादसा हो सकता है.
जबलपुर पैसेंजर यार्ड में कर्मचारियों को ठेकेदार के सफाई कर्मचारी की तरह सेफ्टी जैकेट दी जाती है जिस पहनना अनिवार्य है. रेल कर्मचारियों व ठेका कर्मचारियों की सेफ्टी जैकेट के कलर व मोनो में अंतर किया जाये.
- कोचिंग डिपो के पिट्स की स्थिति काफी खराब है. अधिकांश लाइटें बंद पड़ी हैं.  कुछ समय पूर्व होने के कारण एक कर्मचारी को सांप ने काट लिया था. लाइटें ठीक करायी जाये.
- पिट्स की नालियां हमेशा चोक रहती हैं. साफ-सफाई की पूर्ण व्यवस्था की जाये.  यहां पर हमेशा गंदा पानी भरा रहता है. 

Source : palpalindia ये भी पढ़ें :-

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