पलपल संवाददाता, जबलपुर. एमपी के कटनी में एसएएफ की 18 वीं बटालियान शिवपुरी के हेड कांस्टेबल के पद पर पदस्थ ललित राय को राज्य सरकार ने पीएम श्री एयर एम्बुलेंस से जबलपुर से भोपाल एयर लिफ्ट किया गया. ललित राय सात जून को उस वक्त बुलेरों ने टक्कर मार दी, जब वे मोटर साइकल से पुलिस लाइन कैम्प जा रहे थे. उनकी हालत को देखते हुए जबलपुर के निजी अस्पताल में भरती कराया गया था. यहां पर हालत में सुधार न होने के बाद पीएम श्री एयर एम्बुलेंस सेवा द्वारा भोपाल एयरलिफ्ट किया गया. प्रधान आरक्षक को देखने के लिए लोक निर्माण मंत्री राकेश सिंह डुमना पहुंचे, इस दौरान उन्होने एयर एम्बुलेस की व्यवस्थाएं देखी.
मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव द्वारा प्रदेश में पीएम श्री एयर एम्बुलेंस सेवा की शुरुआत किये जाने के बाद आपात स्थिति में उपचार के लिए मरीज को दूसरे शहर में भेजने का ये तीसरा प्रकरण है. इसके पहले दो मरीजों को खजुराहो से भोपाल और रीवा से भोपाल भी भेजा जा चुका है. बटालियन में पदस्थ प्रधान आरक्षक ललित राय सड़क दुर्घटना में घायल होने के बाद करीब एक सप्ताह से जबलपुर के निजी अस्पताल में भरती कराया. जहां पर इलाज के बाद भी हालत में कोई सुधार नहीं हुआ तो परिजनों ने दूसरे शहर में इलाज कराने की इच्छा जाहिर की. परिवार वालों की मांग पर राज्य सरकार ने पीएम श्री एयर एंबुलेंस से ललित राय को एयर लिफ्ट करवाते हुए भोपाल भिजवाया.
पीडब्ल्यूडी मंत्री राकेश सिंह ने बताया कि प्रदेश सरकार अपने खर्चे पर ललित राय को भोपाल एम्स में भर्ती करा रही है. ललित राय को उनके परिवार के साथ एयर एंबुलेंस से भोपाल भेजा गया है. प्रदेश का ये तीसरा केस है. जब किसी मरीज को एयरलिप्ट पीएम श्री एयर एंबुलेंस से किया गया है. ललित राय के बेटे आदित्य राय का कहना है कि सड़क दुर्घटना में घायल होने के बाद उन्हें इलाज के लिए जबलपुर में भर्ती किया गया था. बीते कुछ दिनों से वो वेंटिलेटर में है, स्वास्थ्य में कुछ सुधार नहीं दिख रहा था. जिसके चलते उन्हे भोपाल एम्स में भर्ती के लिए ले जाया जा रहा है.
पीडि़त को इस सेवा का उपयोग कर उच्च चिकित्सा संस्थान भेजे जाने का प्रदेश में ये तीसरा प्रकरण है. इसके पहले 24 जून को रीवा के मऊगंज में रहने वाले गोविंद लाल तिवारी उम्र 55 वर्ष को अचानक ही हार्ट अटैक आया. इलाज के लिए उन्हें रीवा के सुपर स्पेशलिस्ट में भर्ती कराया गया था. हालत में सुधार न होने पर पीएम श्री एयर एम्बुलेंस की सहायता से भोपाल ले जाया गया. एयर एंबुलेंस सुविधा के तहत उन्हें भोपाल एम्स में भर्ती करवाया गया है. गौरतलब है कि सड़क एवं औद्योगिक दुर्घटना अथवा प्राकृतिक आपदा में पीडि़त को राज्य के अंदर एवं बाहर शासकीय अथवा निजी चिकित्सालय में निशुल्क परिवहन किया जाएगा.
आयुष्मान कार्ड धारक के उपचार के लिये राज्य के अंदर एवं राज्य के बाहर सभी शासकीय एवं आयुष्मान सम्बद्ध अस्पतालों में उपचार हेतु निशुल्क परिवहन किया जाएगा. अन्य हितग्राही जो कि आयुष्मान कार्ड धारक नहीं हैं. उनके उपचार के लिए राज्य के अंदर स्थित शासकीय अस्पतालों में निशुल्क परिवहन जबकि राज्य के बाहर के किसी भी अस्पताल में अनुबंधित दर पर सशुल्क परिवहन किया जाएगा. पीएम श्री एयर एम्बुलेंस से परिवहन इमरजेंसी हेल्थ कंडीशन की स्थिति में किया जाएगा. एयर एम्बुलेंस सेवा अनुशंसित चिकित्सालय तक ले जाने के लिए होगी. सशुल्क सेवा की स्थिति में सेवा प्रदाता एजेंसी को हेलीकाप्टर के लिये प्रति घंटे के मान से 1 लाख 94 हजार 500 रुपये एवं फिक्स्ड विंग कनवर्टेड फ्लाइंग एम्बुलेंस के लिये लिये प्रति घंटे फ्लाइंग ऑवर के मान से 1 लाख 78 हजार 900 रुपये का भुगतान करना होगा.
Source : palpalindia ये भी पढ़ें :-एमपी : इंदौर में बीजेपी नेता की गोली मारकर हत्या, कैबिनेट मंत्री कैलाश विजयवर्गीय के थे करीबी
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