गुजरात विधानसभा चुनाव में भाजपा को कितनी कामयाबी मिलेगी? यह इस बात पर निर्भर है कि गैरभाजपाई वोटों का बिखराव कितना होता है!
इस वक्त गुजरात में तीन तरह के वोटर हैं, पहले... जो हर हाल में भाजपा के साथ हंै, दूसरे... जो हर हाल में भाजपा के विरोध में हैं, और तीसरे... जो दल निरपेक्ष हैं!
किसी भी दल की हारजीत मुख्यरूप से दलनिरपेक्ष वोटर पर निर्भर है, क्योंकि... वे किसी भी सरकार के कामकाज के आधार पर अपनी सोच के सापेक्ष निर्णय लेते हैं!
अभी किसी भी दल के पास समर्पित समर्थक, कुल वोट के पचास प्रतिशत से ज्यादा नहीं हैं, इसलिए... चुनाव के नतीजे दलनिरपेक्ष वोटर और विरोधी वोटों के बिखराव पर बहुत ज्यादा निर्भंर हैं!
गुजरात में भाजपा लंबे समय से सत्ता में है तथा कोई चमत्कार नहीं होता है तो सत्ता की दौड़ में अभी भी सबसे आगे हैं, लेकिन भाजपा की कामयाबी खास तौर पर गैरभाजपाई वोटों के बिखराव पर निर्भर है... गैरभाजपाई वोटों की सबसे बड़ी दावेदार कांग्रेस है, लेकिन... सारे गैरभाजपाई वोट कांग्रेस के साथ नहीं हैं... कई छोटे-छोटे गैरभाजपाई-गैरकांग्रेसी, दल और समूह हैं जिनके हाथ में गैरभाजपाई वोट हैं, यदि ये छोटे-छोटे दल और समूह कांग्रेस का साथ देते हैं तो गुजरात में भाजपा और कांग्रेस के बीच वोट-गेप कम होगा और कांग्रेस के जीतने की संभावना बढ़ जाएगी... गैरभाजपाई वोट जितने बिखरेंगे जीत उतनी ही भाजपा के करीब होगी!
दलनिरपेक्ष वोटर का रूख जानना आसान नहीं है... गुजरात सरकार के कामकाज और केन्द्र की भाजपा सरकार के नोटबंदी, जीएसटी आदि निर्णयों को दलनिरपेक्ष वोटर किस नजरिए से देखता है? इसी पर निर्भर है खासकर उन सीटों की हारजीत, जहां हारजीत का अंतर पांच से दस फीसदी रहा है!
इसलिए, गुजरात में होने जा रहे विधानसभा चुनाव में कांग्रेस की कामयाबी की राह कठिन है तो भाजपा का विजय मार्ग भी उतना आसान नहीं है!