कोरोना संकट के दौरान महान विश्वनेताओं ने अपने देश की जरूरत को नजरअंदाज करके भले ही पाकिस्तान जैसे देश को भी कोरोना वैक्सीन उपलब्ध करवाई है, लेकिन इसको लेकर कुछ गंभीर सवाल हैं.... एक- पाकिस्तान जैसे देश को वैक्सीन देने के साथ ही, क्या यह शर्त लगाई गई थी कि इसका उपयोग केवल नागरिकों के लिए करेंगे, आतंकवादियों और सेना की संधियों का उल्लंघन करने वालों को वैक्सीन नहीं लगाई जाएगी? दो- क्या देश के नागरिकों की जरूरत पूरी होने के बाद ही पाकिस्तान जैसे देशों को वैक्सीन दी गई या पहले ही बांट दी गई? कोरोना से आम नागरिकों की मौत की तो असंख्य खबरें तो आ रही हैं, लेकिन आश्चर्यजनक रूप से कोरोना से आतंकवादियों के मारे जाने की खबरें नहीं हैं!